नयी दिल्ली / पटना : सांप्रदायिक सदभाव और राष्ट्रीय एकता और मिली-जुली संस्कृति और राष्ट्रीय भावना पर गर्व करने के लिए पूरे देश में 19-25 नवंबर, 2018 तक कौमी एकता सप्ताह मनाया जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के स्वशासी संगठन नेशनल फाउंडेशन फॉर कॉम्युनल हॉरमोनी (NFCH) सांप्रदायिक सौहार्द के लिए कौमी एकता सप्ताह के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द अभियान चलाता है. साथ ही कौमी एकता सप्ताह के आखिरी दिन 25 नवंबर को सांप्रदायिक सौहार्द झंडा दिवस मनाता है. देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को मजबूत करने और सांप्रदायिक सदभाव की भावना बढ़ाने के लिए कौमी एकता सप्ताह मनाया जाता है. सहिष्णुता सह अस्तित्व तथा भाईचारे के मूल्यों और सदियों पुरानी परंपराओं के प्रति संकल्प लेने के लिए कौमी एकता सप्ताह मनाया जाता है.
कौमी एकता सप्ताह के दौरान कौन-कौन से कार्यक्रम होंगे आयोजित
19 नवंबर : राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जायेगा और धर्मनिरपेक्षता] संप्रदायवाद विरोध और अहिंसा की थीम पर बैठकें और गोष्ठियां.
20 नवंबर : अल्पसंख्यक कल्याण दिवस मनाया जायेगा और 15 सूत्रीय कार्यक्रम के विषयों पर बल दिया जायेगा. दंगा संभावित शहरों में विशेष सौहार्द जुलूस निकाले जायेंगे.
21 नवंबर : भाषाई सौहार्द दिवास मनाया जायेगा. देश के प्रत्येक क्षेत्र के लोगों को दूसरे हिस्सों की भाषाई विरासत की जानकारी देने के लिए विशेष साक्षरता कार्यक्रम और कवि सम्मेलन.
22 नवंबर : कमजोर वर्ग दिवस मनाया जायेगा और अनुसूचित जाति-जनजाति तथा कमजोर वर्गों की सहायता के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं को बताने के लिए बैठकें और रैलियां.
23 नवंबर : सांस्कृतिक एकता दिवस मनाया जायेगा और विधिवता में भारतीय परंपराओं की एकता दिखानेवाले सांस्कृतिक कार्यक्रम.
24 नवंबर : महिला दिवस मनाया जायेगा. इस दिन भारतीय समाज में महिलाओं के महत्व और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका को बताया जायेगा.
25 नवंबर : संरक्षण दिवस मनाया जायेगा और उस दिन पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए अनेक बैठकें और कार्यक्रम.