साल 1997 में आयी फिल्म ‘बॉर्डर’ में जिस मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी का किरदार सनी देओल ने निभाया था,वह अब हमारे बीच नहीं हैं. ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी का शनिवार को निधन हो गया. ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी का निधन मोहाली के एक निजी अस्पातल में हुआ. वह 78 वर्ष के थे.
साल 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़े गये लोंगेवाला के युद्ध में उनकी 100 सैनिकों की सैन्य टुकड़ी ने बड़ी बहादुरी का प्रदर्शन किया था. इसी युद्ध पर ‘बॉर्डर’ फिल्म बनी थी. इस लड़ाई में मेजर कुलदीप सिंह के असाधारण नेतृत्व के लिए उन्हें भारत सरकार ने महावीर चक्र से सम्मानित किया था. महावीर चक्र वीरता के लिए भारत का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है.
मेजर चांदपुरी के बारे में आइए जानें 8 खास बातें-
- ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह का जन्म 22 नवंबर, 1940 को एक गुर्जर सिख परिवार में अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत में हुआ था. उनके जन्म के बाद उनका परिवार बालाचौर के चांदपुर रूड़की शिफ्ट हो गया था.
- 1962 में उन्होंने गवर्नमेंट कॉलेज, होशियारपुर से ग्रैजुएशन किया. इसी साल चांदपुरी भारतीय थल सेना में शामिल हुए थे.
- 1963 में उन्हें ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से पंजाब रेजिमेंट की 23वीं बटालियन में कमिशन किया गया था. उन्होंने 1965 के युद्ध में हिस्सा लिया था.
- संयुक्त राष्ट्र के आपातकालीन बल में सालभर तक गाजा में सेवाएं दीं. दो बार मध्यप्रदेश के महू इन्फैंट्री स्कूल में इन्स्ट्रक्टर भी रहे.
- लोंगेवाला में मेजर चांदपुरी ने लगभग 100 जवानों की मदद से पाकिस्तान के 2000 सैनिकों और दुश्मन के 40 टैंकों को रोक दिया था.
- चांदपुरी के नेतृत्व में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के 34 टैंक तबाह कर दिये. इसके अलावा, 500 के करीब जवान घायल हो गये और 200 जवानों को जिंदगी से हाथ धोना पड़ा. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यह पहला मौका था जब युद्ध में किसी सेना का इतनी बड़ी संख्या में टैंक तबाह हुआ हो.
- जिस समय लोंगेवाला में पाकिस्तानी फौज का हमला हुआ, उस समय वह मेजर के पद पर थे और ब्रिगेडियर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
- ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी और सेना के जवानों की जीत पर आधारित फिल्म ‘बॉर्डर’ साल 1997 में रिलीज की गयी. जेपी दत्ता की यह फिल्म हिंदी सिनेमा की यादगार फिल्मों में शुमार है. फिल्म में सनी देओल ने ब्रिगेडियर चांदपुरी का किरदार निभाया था.