छठ व्रत के साथ ही इस महीने कई त्योहार होंगे. कार्तिक पूर्णिमा तक त्योहारों का सिलसिला जारी रहेगा. इस दौरान विधि-विधान से पूजा का काफी महत्व है. पंडितों के अनुसार छठ के बाद विधि-विधान से पूजा करने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है. इस बार 19 नवंबर को देवोत्थान एकादशी पड़ रहा है. मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु अपने शयन का त्याग करेंगे. देवताओं का दीपोत्सव होगा. –
15 नवंबर – गोपाष्टमी
17 नवंबर – अक्षय नवमी
19 नवंबर – हरिप्रबोधिनी एकादशी ( देवोत्थान एकादशी)
23 नवंबर : कार्तिक पूर्णिमा, गुरुनानक जयन्ती
सात से 16 दिसंबर तक वैवाहिक योग
हर बार देवोत्थान एकादशी के साथ ही वैवाहिक लग्न की शुरुआत होती थी, लेकिन इस बार गुरु के अस्त होने के कारण लग्न का योग नहीं बन रहा है. सात दिसंबर को गुरु का उदय होगा. लेकिन यह बहुत ही अल्प अवधि तक रहेगा. इस कारण 16 दिसंबर तक ही वैवाहिक लग्न बन रहा है. ज्योतिषाचार्य पं. प्रभात मिश्र कहते हैं कि इस साल महज नौ दिनों का लग्न बचा हुआ है. इसके बाद विवाह का संयोग नहीं है.