कोलकाता : बंगाल में ही आपको सही मायने में सच्चा हिंदुस्तान देखने को मिलेगा, क्योंकि यहां सभी धर्म के लोग अपने त्योहार को शांति व सौहार्द्रपूर्वक पालन करते हैं और हमारी सरकार धर्म के नाम पर कोई भेद-भाव नहीं करती. यहां लोगों का धर्म अलग-अलग हो सकता है, लेकिन जब उत्सव की बात आती है तो इसे सभी मिल-जुल कर मनाते हैं.
यह बातें मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हेस्टिंग्स के पास दहीघाट पर छठ पूजा के दौरान कही. मुख्यमंत्री ने छठ पूजा के अवसर पर महानगर के विभिन्न गंगा घाटों का दौरा किया. दहीघाट में मंच पर तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद सुब्रत बक्शी, शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार, एमआइसी राम प्यारे राम व पार्षद अनवर खान मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंच पर विभिन्न धर्म व जाति के लोग हैं, इनका धर्म अलग-अलग है, लेकिन उत्सव के मौके पर सब एक हो गये हैं. यही सच्चा हिंदुस्तान है, जो कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. विभिन्न धर्म के लोगों का भिन्न-भिन्न कार्यक्रम होता है, लेकिन इस कार्यक्रम में सभी धर्म के लोग भाग लेते हैं.
यहां अन्य राज्यों की तरह धर्म व भाषा की राजनीति नहीं होती, जहां दूसरे भाषा के लोगों को बाहर भगा दिया जाता है. बंगाल में सभी धर्म, जाति व भाषा के लोग आपस में मिल जुल कर रहते हैं. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार दुर्गापूजा का भी पालन करती है और रमजान का भी. धूमधाम से गुरुनानक व गुरु गोविंद सिंह की जयंती भी मनायी जाती है.
छठ पूजा में हमारी सरकार हर प्रकार का योगदान करती है. घाटों की सफाई से लेकर सुरक्षा-व्यवस्था. तृणमूल कांग्रेस की सरकार किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करती. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वर्ष 1984 में उन्होंने पहली बार चुनाव जीता था और तब से छठ पूजा के अवसर पर गंगा घाटों पर आती हैं. उन्होंने छठव्रतियों को अपनी शुभकामनाएं दीं और सभी को शांतिपूर्वक छठ पूजा मनाने का आह्वान किया.