इस्लामाबाद : पाकिस्तान पुलिस ने शीर्ष मौलवी मौलाना समी उल हक की हत्या के सिलसिले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. हक को ‘तालिबान का गॉडफादर’ भी कहा जाता था.
रावलपिंडी स्थित हक (82) के आवास में दो नवंबर को अज्ञात हमलावरों ने छुरा मार कर उनकी हत्या कर दीथी.
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पुलिस ने कट्टरपंथी राजनीतिक दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-समी (जेयूआई-एस) प्रमुख की हत्या के सिलसिले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. संदिग्धों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.
खबर के मुताबिक, हक के मोबाइल फोन डेटा और जिस आवासीय सोसाइटी में हत्या हुई, वहां लगे जिओ-फेंसिंग की मदद से संदिग्धों को शनिवार को हिरासत में लिया गया.
हत्या की जांच करने के लिए तीन जांच टीमें गठित कीगयी हैं. सभी टीमें रावलपिंडी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशंस) और सिटी पुलिस अफसर अब्बास एहसन की निगरानी में काम कर रही हैं.
हक के पुत्र मौलाना हमीदुल हक ने बताया कि उनके पिता दिल के मरीज थे और जिस समय उनकी हत्या की गयी, उस समय वह घर पर आराम कर रहे थे.