दुर्जय पासवान, गुमला
गरीब बेटी ने दर्द भरी कहानी सुनाते हुए सीएम से पढ़ाई के लिए मदद की गुहार लगायी. बेटी की कहानी सुन सीएम का दिल पसीज गया. सीएम ने बेटी को एक लाख रुपये देने की घोषणा की. घोषणा के दूसरे दिन ही बेटियां रानी को पढ़ने के लिए जिला प्रशासन ने एक लाख रुपये उपलब्ध करा दिये हैं. कहानी इस प्रकार है. नौ नवंबर को गुमला जिले के घाघरा प्रखंड के बदरी गांव में स्वर्गीय कार्तिक उरांव जतरा सह खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था.
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास, विशिष्ठ अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश उरांव व राज्यमंत्री सुदर्शन भगत पधारे थे. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद घाघरा प्रखंड के बनियाडीह गांव की गरीब बेटी रीना कुमारी ने पढ़ाई लिखाई के लिए सीएम से मदद की गुहार लगायी थी.
जिसके बाद सीएम ने उसे एक लाख रुपये देने का निर्देश गुमला के डीसी शशि रंजन को दिया था. इसी निमित शनिवार को डीसी द्वारा निर्गत चेक को बीडीओ जयपाल सोय ने रीना कुमारी को प्रखंड कार्यालय बुलाकर दिया. साथ ही बदरी प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय की छात्राओं के नृत्य से प्रभावित होकर सीएम रघुवर दास ने 32 छात्राओं को पांच-पांच हजार रुपये देने की घोषणा की थी.
घोषणा के दूसरे दिन ही घाघरा बीडीओ जयपाल सोय ने स्कूल की एचएम बिरसमुनी को अपने कार्यालय कक्ष में आमंत्रित कर चेक सौंपा है. जिसमें सभी छात्राओं को पांच-पांच हजार रुपये एचएम के माध्यम से देने के लिए कहा गया है. यहां बता दें कि बदरी गांव के मैदान में स्वर्गीय कार्तिक उरांव जतरा सह खेलकूद प्रतियोगिता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीएम रघुवर दास थे.
सीएम के स्वागत में बदरी स्कूल की 32 छात्राओं ने नागपुर कर कोरा… गाने में नृत्य किया था. गीत की धुन व छात्राओं के नृत्य से सीएम काफी खुश हुए थे. कार्यक्रम के दौरान सीएम की अंगुलिया थिरकते नजर आये. कार्यक्रम में सीएम ने छात्राओं को प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा किये थे. राशि मिलने से छात्राएं खुश हैं.