पटना : पटना के एक बड़े अस्पताल में महिला सिपाही की डेंगू से शुक्रवार की सुबह मौत हो गयी. इसी के साथ सूबे में डेंगू से मरनेवालों की संख्या नौ हो गयी है. वहीं, महिला सिपाही की डेंगू से मौत के बाद पटना की पुलिसलाइन में दर्जनों पुलिसकर्मियों ने अपनी साथी की मौत के बाद बवाल कर दिया. पुलिस लाइन में जमकर तोड़फोड़ की गयी. यही नहीं पुलिस अधिकारियों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. एसएसपी और डीआईजी घटनास्थल पर नहीं जा रहे हैं. सड़क पर आरएएफ का फ्लैग मार्च किया गया. वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर एसएसपी मनु महाराज मौके पर पहुंचे.
पुलिस लाइन में तोड़फोड़ और अधिकारियों के पिटे जाने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एक टीम पुलिस लाइन में प्रवेश कर बातचीत की पहल की है. वहीं दूसरी ओर, शुक्रवार की सुबह से महिला पुलिसकर्मियों के उबाल को देखते हुए विधि-व्यवस्था के मद्देनजर आनन-फानन में पुलिस मुख्यालय में आपात बैठक बुलायी गयी है.
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने पूरे घटना की जानकारी मांगी है. वहीं, इस बाबत एडीजे एसके सिंघल ने बताया कि सीवान की रहनेवाली महिला सिपाही सविता पाठक की तबीयत खराब हो गयी. तबीयत खराब होने के बाद छुट्टी नहीं दिये जाने की बात कही जा रही है. कोई बीमार हो और उसे छुट्टी ना मिले, यह समझ से परे है. बिहार पुलिस में अब कर्मियों की कमी नहीं है. मृत महिला सिपाही के भाई ने आरोप लगाया है कि छुट्टी नहीं मिलने के कारण इलाज के अभाव में सविता की मौत हुई है. पटना के जोनल आईजी पूरे मामले की जांच करेंगे. किन पुलिसकर्मियों ने कानून को हाथ में लिया इसकी भी जांच की जायेगी. इधर, एसएसपी मनु महाराज ने इस संबंध में कहा है कि हम मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. यह एक गंभीर सवाल है. हालात सामान्य हैं. सुरक्षा को लेकर पुलिस बल तैनात किये गये हैं. प्रदर्शनकारी महिला पुलिसकर्मियों से वार्ता हुई है. स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है. दोषी कर्मियों को बख्शा नहीं जायेगा. मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला?
शुक्रवार की सुबह साथी महिला पुलिस की डेंगू से मौत के बाद सहयोगी महिला पुलिसकर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा. उनका आराेप था कि महिला सिपाही की तबीयत पिछले कई दिनों से खराब थी. लेकिन, पर्याप्त छुट्टी नहीं दिये जाने के कारण वह अपना इलाज सही से नहीं करा सकी और उसकी मौत हो गयी. इसके बाद लाठी-डंडे से लैस होकर पुलिसलाइन के पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को खदेड़ते हुए वाहनों को क्षतिग्रस्त करना शुरू कर दिया. इसी दौरान एक अधिकारी का सिर फोड़ दिया गया.ग्रामीण एसपी भी पीटे गये. पुलिसकर्मी पुलिसलाइन से बाहर निकल कर सड़क पर बवाल शुरू कर दिया. इसके बाद स्थानीय लोगों से भी भिड़ंत हो गयी. महिला पुलिसकर्मियों के रौद्र रूप को देखते हुए सिटी एसपी मौके से भागे. कई राउंड गोलियां चलने की भी सूचना आ रही है. महिला सिपाही को छुट्टी नहीं दिये जाने से नाराज पुलिसकर्मियों ने पुलिस लाइन के कमांडेंट के आवास का भी घेराव किया.इस संबंध में मृत महिला सिपाही की सहयोगी ने बताया कि पिछले सप्ताह कारगिल चौक पर साथ ही हमलोगों की ड्यूटी लगी थी. इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गयी. छुट्टी लेने के लिए जब वह थाने गयी, तो उसे मात्र तीन दिनों की छुट्टी मिल सकी. इतने कम समय में सही से इलाज नहीं करा पाने के कारण उसकी मौत हो गयी.
पटना में अब तक नौ लोगों की डेंगू से हो चुकी है मौत
पटना में डेंगू अपना कहर लगातार बरपा रहा है. अब तक नौ लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है. इनमें मासूम, सिपाही, नगर-निगम कर्मचारी, डॉक्टर और प्रशासनिक सेवा में काम करनेवाले अधिकारी भी शामिल हैं. डेंगू की चपेट में आने से ये सभी मौत के मुंह में चले गये. इन सभी नौ लोगों की मौत डेढ़ माह माह के अंदर हुई है. इनमें अधिकतर की मौत शहर के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में ही हुई है. ऐसे में लोगों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. लोग अस्पताल में जांच कराने पहुंच रहे हैं.
कब और किस मरीज की हुई मौत
20 सितंबर – शहर के पंचवटी नगर के रहने वाले सत्येंद्र कुमार की डेंगू से मौत. सत्येंद्र नगर-निगम में कर्मचारी थे.
13 अक्टूबर – बाइपास स्थित एक प्राइवेट अस्पताल के डॉ विजय कुमार की डेंगू से मौत हो गयी थी.
15 अक्टूबर – गोपालगंज की डीपीओ संगीता कुमारी की पटना के एक निजी अस्पताल में डेंगू से मौत हो गयी थी.
24 अक्टूबर – फुलवारीशरीफ के रहनेवाले अफताब की मौत पटना के एक निजी अस्पताल में डेंगू से हुई थी.
26 अक्टूबर – पटना के माउंट कॉर्मल स्कूल में पढ़ने वाली केजी टू की छात्रा कृति सिंह की डेंगू से मौत हुई थी.
27 अक्टूबर – नौबतपुर की रहने वाली इंदु कुमारी नाम की एक शिक्षिका की डेंगू से मौत हो गयी थी.
31 अक्टूबर – सहरसा के एसडीओ सृष्टि राज सिन्हा की मौत शहर के एक बड़े अस्पताल में डेंगू से हो गयी.
01 नवंबर – फुलवारीशरीफ के बाबूचक गांव में मुजफ्फरपुर में सिपाही के चार वर्षीय इकलौते बेटे की डेंगू से मौत.
02 नवंबर – महिला सिपाही की उदयन अस्पताल में इलाज के दौरान डेंगू से मौत.