– भाजपा सरकार में अराजकता चरम पर है
दुर्जय पासवान@गुमला
गुमला के बिशुनपुर व घाघरा ब्लॉक पहुंचे झामुमो के संघर्ष यात्रा में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भाजपा सरकार पर जमकर बरसे. सरकार की नाकामियों व आदिवासी-मूलवासी के हक व अधिकार पर बोले. सरकार की जनविरोधी नीतियों से लोगों को अवगत कराया. सीएनटी, एसपीटी एक्ट, नियोजन, स्थानीय नीति के तहत कैसे यहां के आदिवासियों व मूलवासियों को ठगा जा रहा है.
शहीद जतरा टाना भगत की जन्म भूमि चिंगरी गांव में श्री सोरेन ने कहा कि हमारे राज्य के वीर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी. जब झारखंड में जल, जंगल व जमीन पर आदिवासियों का कब्जा होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में अराजकता का बोलबाला है. इसलिए एक बार फिर उलगुलान करना होगा. झारखंड का इतिहास संघर्ष का रहा है. यहां के आदिवासियों व मूलवासियों ने वर्षो आंदोलन कर यह राज्य बनाया.
उन्होंने कहा कि कई लोग शहीद हो गये. माताओं की मांग का सिंदूर उजड़ा. लेकिन आज 18 सालों में भी झारखंडियों को अपना अधिकार नहीं मिला. आदिवासियों व मूलवासियों को जो कुछ मिला है. वह संघर्ष की बदौलत मिला है. राज्य बने 18 वर्ष बीत गये. इस दौरान राज्य विनाश की ओर बढ़ता गया.
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि जिन्होंने अलग राज्य के गठन का विरोध किया. वहीं शासन चला रहा है. इनके शासनकाल में सबसे अधिक दुर्गति हुई है. उनके लिए राज्य के सभी किसान, मजदूर, विद्यार्थी, महिलाएं सहित सभी जनता की दुर्गति चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि राज्य में भूखमरी, बेरोजगारी, पलायन, विस्थापन, बड़ी समस्या बन गयी है.
उन्होंने कहा कि समस्याओं के निदान व झारखंड निर्माण के उददेश्यों को पूरा करने के लिए झामुमो ने संघर्ष यात्रा के तहत जन-जन तक सरकार की जनविरोधी नीतियों को पहुंचाना व आने वाले समय में राज्य को विकास की पटरी पर लाने के लिए आहवान किया.
राज्य में दिशोम अबुआ शासन की जरूरत : हेमंत सोरेन
बिशुनपुर के दीपू मैदान में आयोजित विशाल आमसभा में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे पूर्वज सीएनटी एक्ट लागू कर आदिवासियों के हितों की रक्षा की. लेकिन भाजपा सरकार ने उस एक्ट में भी बदलाव कर दिया. बाहरी लोगों को नौकरी दी जा रही है और यहां के लोग बेरोजगार घूम रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों को विस्थापित करना व महाजनी व्यवस्था को फिर से लागू करना चाहती है. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. लोग पलायन कर रहे हैं. इस सरकार से किसी का भी भला होने वाला नहीं है. अब झारखंड को अबुआ दिशोम, अबुआ राज दिसोम अबुआ शासन की जरूरत है. मौके पर विधायक चमरा लिंडा, पूर्व विधायक भूषण तिर्की, पूर्व विधायक अमित महतो, लालदेव भगत, शिवराम कश्यप सहित कई लोग थे.