पटना: वैशाली जिले में बीते दिनों भोजपुरी सुपरस्टार खेसारीलाल यादव पर हुए हमले के खिलाफ खेसारीलाल फैंस क्लब द्वारा बिहार बंद का आयोजन किया गया. इस दौरान पटना के डाक बंगला चौराहे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया. वहीं दीघा में कई कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी. बाद में म्यूजिक डाइरेक्टर मो. इखलाक खान ने कहा कि वैशाली में शहीदों के परिजनों को अनुदान के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें खेसारीलाल यादव को बुलाया गया था. मगर वहां एक षड्यंत्र के तहत उनपर हमला कराया गया.
उन्होंने कहा कि खेसारीलाल यादव जब वहां कार्यक्रम में पहुंचे तब उनपर एक साजिश के तहत हमला किया गया. कार्यक्रम स्थल पर परती खेत जोता गया था इससे ढ़ेले और पत्थर उसमें थे. जिससे खेसारीलाल यादव पर हमला हुआ.
उन्होंने कहा कि हमे तो ये भी जानकारी मिली कि हमले के समय तीन-तीन गाड़ी स्टेज के पीछे लगा कर हमलावरों को उकसाया जा रहा था. इसलिए आज 31 अक्टूबर को राज्य में कलाकरों की सुरक्षा की मांग को लेकर पूरे बिहार को बंद कराया है हमने और सरकार से मांग की है कि बिहार चाहे खेसारीलाल यादव हो, पवन सिंह हो या रविकिशन सबों को सुरक्षा देना होगा.
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंक जाने को लेकर कहा कि हमें संदेह है कि इस हमले में उनकी पुलिस भी शामिल थी तभी तो मर्दों के झुंड में महिला पुलिस कर्मयों की बहाली की गई थी. इसका जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वैशाली के एसपी साहब को देना होगा. बिहार में कला और कलाकारों को सम्मान देने की परंपरा रही है. ऐसे एक लोकप्रिय कलाकार पर हमला कहीं से भी स्वीकार्य नहीं होगा. इसलिए हम राज्य की सरकार से मांग करते हैं कि खेसारीलाल यादव पर हमला करने वालों पर अविलब कार्रवाई हो और उन्हें जेल भेजा जाए. साथ ही सरकार ये सुनिश्चित करे कि आने वाले दिनों में बिहार में किसी कलाकार पर हमला ना हो. वरना हम इस आंदोलन को देश भर में ले जाएंगे.
बंद कराने वालों में मुख्य रूप से प्रणव पांडेय,सौरभ यादव,दीपक,रवि सिंह,रवि राय, शिवम सिंह,एखलाक खान,राहुल यादव,अशोक यादव,रौशन,मसुरीलाल यादव समेत बड़ी संख्या में उनके समर्थक शामिल थे.