रांची : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन पर झारखंड प्रदेश को अशांत करने का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि महागठबंधन अब महाविध्वंस गठबंधन का रूप ले रहा है. बाबूलाल मरांडी डोमिसाइल की आग में प्रदेश को पहले ही झोंक चुके हैं.अब हेमंत सोरेन बाहरी-भीतरी की आग लगाकर प्रदेश को अशांत करने में लगे हैं.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सोमवार को रांची स्थित पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन पर ये गंभीर आरोप लगाये. श्री शाहदेव ने हेमंत के उस बयान पर कड़ी आपत्ति की, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार से आकर बसे लोगों के बारे में अमर्यादित टिप्पणी की थी.
शाहदेव ने कांग्रेस से पूछा कि खुद को राष्ट्रीय पार्टी कहने वाली कांग्रेस ऐसे भड़काऊ बयान देने वाले, गैर-संवैधानिक बातें करने वाले हेमंत सोरेन की पिछलग्गू क्यों बनी हुई है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन प्रदेश की भाजपा सरकार के विकास कार्यों से बौखला गये हैं. रघुवर सरकारने आदिवासी-मूलवासियों के लिए जो काम किये हैं, उससे आदिवासी के नाम पर राजनीति करने वाली पार्टी के नेता बदहवास हो गये हैं.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि झामुमो और हेमंत सोरेन ने आदिवासियोंऔर मूलवासियों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में प्रयोग किया था. दूसरी तरफ, रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य सरकार ने उनके विकास के लिए कई बड़े कदम उठाये.
भाजपा नेता ने हेमंत सोरेन के उस बयान को हास्यास्पद बताया कि वर्ष 2019 के बाद भाजपाइयों को वह गांव में घुसने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव के बाद प्रदेश की जनता झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवारों को विधानसभा में नहीं घुसने देगी.
श्री शाहदेव ने कहा कि हेमंत सोरेन की संघर्ष यात्रा में तोरपा में जो थोड़ी-बहुत भीड़ हुई थी,उसकी वजह यह थी कि एक विशेष धर्मस्थल पर संडे प्रार्थना में शामिल होने आये लोगों को वहां से रैली में जानेके निर्देश दियेगये थे. उन्होंने कहा की इससे स्पष्ट है कि हेमंत सोरेन धर्मांतरण में लिप्त शक्तियों के हाथों में खेल रहे हैं.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा पत्थलगड़ी में राष्ट्रविरोधी शक्तियों का समर्थन कर चुकी है. धर्मांतरण के मुद्दे पर राष्ट्र को तोड़ने में लगी शक्तियों का साथ दे रही है. इसके नेता सीएनटी-एसपीटी का उल्लंघन कर रहे हैं. ऐसे लोगों को नैतिकता की बात करना शोभा नहीं देता. इन्हें भाजपा से सवाल पूछने का भी कोई हक नहीं.