नीरज अंबष्ट, धनबाद :टी-20 मैच के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किये जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में नदीम ने कहा कि मैं काफी खुश हूं. इस सफलता के पीछे माता-पिता, पत्नी व झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी, डीसीए के मनोज सिंह, धनबाद के मेरे पहले कोच इम्तियाज हुसैन और एसए रहमान का काफी सहयोग रहा. मेरा सपना पूरा हुआ. अपनी खुशी बयां करने के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं.
धनबाद के लोगों से आग्रह है कि इसी तरह प्रार्थना करते रहें कि मैं देश के लिए अच्छा खेलूं और आगे बढ़ूं. जो खिलाड़ी उभर कर आगे नहीं आ पा रहे हैं, वे निराश नहीं हो. अंतिम समय तक प्रयास करते रहें. निश्चित रूप से सफलता मिलेगी. लंबे समय तक झारखंड व इंडिया ए टीम में खेला, पर मौका नहीं मिला. लेकिन मैं निराश नहीं हुआ और लगातार खेलता रहा और आज इस मुकाम पर पहुंचा.
बना चुके हैं विश्व रिकॉर्ड
क्रिकेटर शहबाज नदीम ने धनबाद से क्रिकेट की शुरुआत की. वह रिटायर्ड डीएसपी जावेद महमूद के पुत्र हैं. झरिया की रहनेवाली शमन परवीन उनकी पत्नी है. 11 साल की उम्र में इंडिगो क्लब में उन्हें खेलने का मौका मिला. लिस्ट ए में चार साल में नदीम ने चार सौ विकेट लिये. बीसीसीआइ की ओर से दो बार बेस्ट बॉलर का अवार्ड भी ले चुके हैं. विजय हजारे ट्रॉफी में राजस्थान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर दस ओवर में चार मेडन और दस रन देकर आठ विकेट हासिल कर िलस्ट ए िक्रकेट में विश्व रिकॉर्ड बनाया. इसके पहले बायें हाथ के स्पिनर राहुल संघवी के नाम यह रिकार्ड था.
डीसीए ने दी बधाई
नदीम के इंडिया टीम में चयन पर डीसीए के अध्यक्ष मनोज सिंह, महासचिव विनय सिंह, वरीय उपाध्यक्ष उत्तम विश्वास, उपाध्यक्ष संजीव झा, मनोज सिंह, बाला शंकर झा, ललित जगनानी, रत्नेश कुमार व एसए रहमान ने बधाई दी है.