मुंबई : देश में ‘मी टू’ लहर की शुरुआत करने वाली अदाकारा तनुश्री दत्ता का कहना है कि भारत में ऐसे मामलों को गंभीरता से नहीं लिया जाता लेकिन उन्हें विश्वास है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा.
तनुश्री ने एक कार्यक्रम में कहा, मैं उम्मीद कर रही हूं कि मुझे इंसाफ मिलेगा. लेकिन यह नहीं पता की मुझे किस तरह का इंसाफ मिलेगा. नियम और कानून है, चीजों को मोड़ा-तोड़ा जाता है और भ्रष्टाचार भी है जिससे न्याय मिलने में देरी हो जाती है.
उन्होंने कहा, हमारे देश में यौन उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से नहीं लिया जाता. पीड़िता को सबकुछ भूलने की सलाह दी जाती है. यह रवैया है लेकिन इसे अनुमति देकर आप एक बुरे वातावरण का निर्माण करते हैं.
मैं लड़ाई लड़ रही हूं और मुझे पता है कि मुझे इसका प्रतिफल मिलेगा. तनुश्री ने सितंबर में नाना पाटेकर पर वर्ष 2008 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान उनसे बदसलूकी करने का आरोप लगाया था.
इसके बाद से ही बॉलीवुड में ‘मी टू’ की लहर शुरू हुई और जो धीरे-धीरे पूरे देश में फैलश्यी. फिल्म जगत में कई लोगों ने तनुश्री का समर्थन किया है और कई इस पर अब भी चुप्पी साधे है.
इस पर अदाकारा का कहना है कि बॉलीवुड के बड़े नाम इस पर इसलिए चुप हैं क्योंकि उनको लगता है कि उनके (अदाकारा के) आरोप एक विवाद है. उन्होंने कहा, मैं पिछले 10 वर्ष से नेशनल टेलीविजन पर हूं, मेरा फिल्मों में एक करियर था, मेरा करियर दांव पर था.
एक ऐसी स्थिति थी कि मुझे अपना बचाव करना था. मैंने अपनी बात इसलिए नहीं रखी क्योंकि मैं हीरो बनना चाहती थी बल्कि मैं खुद का बचाव करना चाहती थी. अदाकारा नाम उजागर करके शर्मसार करने वाली मुहिम से खुश हैं और मानती हैं कि अगर पुरुष डरे हुए हैं तो उन्हें डरना भी चाहिए.