मुजफ्फरनगर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के असंतुष्ट सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने राफेल विमान सौदे को लेकर केंद्र की, अपनी ही पार्टी की सरकार की आलोचना की है. सिन्हा ने कहा कि फ्रांसीसी प्रकाशन ने वहां के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से खबर दी थी कि भारत सरकार ने इस सौदे के लिए फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दसाॅल्ट एविएशन के सहयोगी के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला के तावली गांव में रविवार को आयोजित किसानों की पंचायत कार्यक्रम में सिन्हा ने कहा कि यह सवाल पूछा जा रहा है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड जैसी अनुभवी कंपनी को अलग क्यों रखा गया और राफेल सौदे के लिए एक नयी कंपनी को ठेका क्यों मिला.
बिहार से भाजपा के सांसद ने सभी विपक्षी नेताओं से वर्ष 2019 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए एकजुट होने की अपील की. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी किसानों को संबोधित किया.
फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए 58 हजार करोड़ रुपये के सौदे को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.