- दी गयी अंतिम सलामी, पुत्र शौर्यमान ने दी मुखाग्नि
- शहीद आशीष अमर रहे और भारत माता की जय के नारे से गूंजा सरौजा
- आपदा मंत्री, पूर्व विधायक अंतिम संस्कार में हुए शामिल
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दियारा में पुलिस मुठभेड़ मामला : 13 को हिरासत में ले पूछताछ कर रही पुलिस, दो को छोड़ा
भागलपुर खगड़िया/नारायणपुर : दियारा में पुलिस मुठभेड़ मामले में पुलिस 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि परवीन और ऋषि सिंह को पुलिस ने देर रात छोड़ िदया. रविवार को भी पूरे दिन दियारा क्षेत्र में एसटीएफ टीम के साथ पुलिस छापेमारी करती रही. पुलिस द्वारा दो अलग-अलग टीम बनाकर दियारा […]
भागलपुर खगड़िया/नारायणपुर : दियारा में पुलिस मुठभेड़ मामले में पुलिस 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि परवीन और ऋषि सिंह को पुलिस ने देर रात छोड़ िदया. रविवार को भी पूरे दिन दियारा क्षेत्र में एसटीएफ टीम के साथ पुलिस छापेमारी करती रही. पुलिस द्वारा दो अलग-अलग टीम बनाकर दियारा क्षेत्र में की गयी. छापेमारी के दौरान दिनेश मुनि के गिरोह को संरक्षण देने के आरोपितों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस को दिनाचकला गांव में सड़क पर खून के धब्बे मिलने के बाद छापेमारी की गयी. टीम के द्वारा खून का सैंपल लिया गया. पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने बताया कि दिनेश मुनी गिरोह के सदस्यों को संरक्षण देने में संलिप्त 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हिरासत में लिये गये सभी लोगों का पूर्व में आपराधिक इतिहास रहा है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिनेश मुनि के परिजन की निशानदेही पर महेशखूंट थाना क्षेत्र में छापेमारी की गयी. छापेमारी के दौरान दिनाचकला गांव में खून के धब्बे मिले. तीन लोगों को हिरासत में लिया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जाबांज पुलिस पदाधिकारी आशीष कुमार सिंह ने मुठभेड़ में एक बदमाश को मार गिराया. जबकि, दो बदमाश को गोली लगी है.
जख्मी बदमाश दिनेश मुनि देव व अशोक मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने गौछारी के खटाह औटा गांव से चार लोगों को हिरासत में लिया. इस दौरान पुलिस पांच बिंदुओं पर जांच कर रही है. इधर, डीआइजी ने भी 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की बात कही है.
संदेह के घेरे में मुखबिर
शुक्रवार की रात दुधैला दियारा में दिनेश मुनि गैंग के छिपे होने की सूचना देना वाला भी पुलिस के संदेह के घेरे में आ गया है. लिहाजा, पुलिस शहीद थानाध्यक्ष के मोबाइल को खंगाल रही है. जिसके आधार पर पुलिस मुखबिर पर दबिश बढ़ाने की तैयारी में है. चर्चा है कि जिस तरह अपराधियों ने पुलिस को निशाना बनाया उससे मुखबिर की सूचना भी संदेह के घेरे में आ गयी है. फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रख कर जांच कर रही है.
पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने कहा कि मुठभेड़ में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी के पैर में घाव के निशान दिखे तो पुलिस को सूचित करें.
दियारा में पूरे दिन होती रही छापेमारी
परबत्ता प्रखंड के सलारपुर दियारा सहित अन्य क्षेत्र में रविवार को पूरे दिन छापेमारी होती रही. पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने बताया कि दोनों डीएसपी तथा सभी थानाध्यक्ष की दो टीम बनायी गयी है. एसटीएफ के साथ एक टीम का नेतृत्व एएसपी अभियान तथा दूसरे टीम का नेतृत्व सदर डीएसपी द्वारा किया जा रहा है.
सूत्रों की मानें तो पुलिस ने 13 लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया है. जिसमें दिनाचकला निवासी सदानंद मुनि के पुत्र संतोष मुनि, स्व. अनिक लाल मुनि के पुत्र अरुण मुनि, पसराहा गांव के राकेश सिंह, प्रवीण सिंह उर्फ डीसी कुमार, गोगरी थानाध्यक्ष के ददिया गांव निवासी जंगो मुनि, पिंकु कुमार आदि लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
दिनेश मुनि इलाज के लिए भागलपुर की ओर निकला!
मुठभेड़ में दो कुख्यात अपराधियों को गोली लगी है. महेशखूंट थाना क्षेत्र में सड़क पर मिले खून के धब्बे इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं. पुलिस भी इस बिंदु को ध्यान में रख कर जांच आगे बढ़ा रही है. दिनेश मुनि व अशोक मंडल घायल है. दिनेश मुनि अपने बहनोई के साथ इलाज कराने के लिए भागलपुर की ओर निकला है.
शहीद दारोगा आशीष पंचतत्व में विलीन
सिमरी : बिहार के खगड़िया-भागलपुर सीमा पर अपराधियों से मुठभेड़ में शहीद हुए दारोगा आशीष की अंत्येष्टि रविवार की सुबह उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुई. शहीद दारोगा सहरसा के सिमरीबख्तियारपुर स्थित बलवाहाट ओपी क्षेत्र के सरौजा गांव के रहने वाले थे.
शहीद को मुखाग्नि उनके नन्हें पुत्र शौर्य ने दी. सहरसा का सरौजा गांव दो दिनों से गम में तो डूबा हुआ है, लेकिन उसे अपने आशीष की शहादत पर नाज भी है. शनिवार अहले सुबह अपराधियों के संग मुठभेड़ में शहादत को प्राप्त सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत सरौजा निवासी दारोगा आशीष कुमार सिंह का रविवार सुबह उनके पैतृक गांव में नम आंखों से पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
इससे पूर्व शनिवार देर रात्रि तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत सरौजा गांव स्थित उनके घर लाया गया.इस दौरान गांव के साथ ही आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों ने शहीद आशीष को श्रद्धांजलि अर्पित की. रविवार की सुबह बिहार सरकार में आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव, पूर्व विधायक अरुण यादव, डीएसपी मृदुला कुमारी, इंस्पेक्टर सत्य नारायण राय, बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, बलवा ओपी अध्यक्ष पंचलाल यादव सहित अन्य ने आशीष के घर पहुंच श्रद्धाजंलि अर्पित की.
इसके बाद क्यूआरटी टीम के सूबेदार सहदेव पासवान के नेतृत्व में शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया प्रारंभ हुई.शहीद आशीष को मुखाग्नि उनके बेटे शौर्यमान ने दी. इस दौरान ग्रामीणों ने शहीद आशीष अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगाये. इस मौके पर बिहार सरकार में आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि आशीष सिंह की शहादत पर गर्व है. इन्होंने अपनी जान देश के लिए न्योछावर की है.
वहीं डीएसपी मृदुला कुमारी ने कहा कि शहीद आशीष ने दियारा को अपराध मुक्त बनाने के लिए जिस साहस और निडरता के साथ अपराधियों का सामना किया, वह काबिले-ए-तारीफ है. देश उनका यह उपकार कभी नहीं भूलेगा. इस मौके पर पूर्व विधायक संजीव झा, विजय बसंत, प्रो गौतम कुमार, सिद्धार्थ सिंह, विजय सिंह, संजीव भगत, राजकिशोर सिंह, धर्मवीर सिंह, जयशंकर सिंह, अजय सिंह, शंभु सिंह, दीपक, सत्यम, शैलेंद्र सिंह, राजू सिंह, राजवीर सिंह, मायानंद सिंह, प्रिंस कुमार, राजा कुमार, संजीव कुमार, राहुल सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
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