पटना : 8वीं के छात्र आर्यन के अपहरण की कहानी को पुलिस ने सुलझा लिया. पुलिस ने शनिवार की दोपहर आर्यन काे मीठापुर बस स्टैंड से बरामद कर लिया. इसके बाद अार्यन से पूछताछ की गयी. उसने बताया कि उसने अपने दोस्तों से पैसा उधार लिया था. खाने-पीने और मौज-मस्ती के चक्कर में 60 हजार रुपये का कर्ज हो गया था. उसके दोस्त कर्ज मांग रहे थे, लेकिन वह नहीं दे पा रहा था. उसके दोस्त उसे धमकी देते थे.
उधारी के चक्रव्यूह से निकलने के लिए ही उसने अपहरण की कहानी बनायी. इसमें उसके तीन दोस्तों ने सहयोग किया और उसी के मोबाइल फोन से 3 लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी थी. लेकिन जब पुलिस की घेराबंदी तेज हुई, तो उसके दोस्त उसे छोड़ कर भाग गये और उसे मीठापुर बस स्टैंड से बरामद किया गया. पहले आर्यन अपने दोस्तों के साथ बाहर भागने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस के दबाव के चलते वह पकड़ा गया.
दरअसल पोस्टपार्क रोड नंबर-3 में रहने वाले दीनानाथ राय का बेटा आर्यन संत माइकल स्कूल में आठवीं का छात्र है. शुक्रवार की शाम 3:30 बजे घर से कोचिंग करने के लिए अशोक नगर रोड नंबर-1 गया हुआ था.
लेकिन कोचिंग नहीं पहुंचा. उसके पिता दीनानाथ के मुताबिक प्रतिदिन वह कोचिंग करके 6:30 बजे तक घर आ जाता था. लेकिन शुक्रवार को वह घर नहीं पहुंचा. परिवार वाले देर रात तक इंतजार करते रहे. जब वह नहीं आया तो रिश्तेदारों के घर फोन किया लेकिन उसका पता नहीं चला. शनिवार की सुबह आर्यन के ही मोबाइल फोन से दीनानाथ के माेबाइल पर फोन आया, उनसे तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी. इस पर दीनानाथ डर गये.
वह तत्काल जक्कनपुर थाना पहुंचे. वहां घटना की जानकारी दी और मामला दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की. एसएसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया. आर्यन के मोबाइल फोन को ट्रेस किया गया, इस दौरान मीठापुर बस स्टैंड का लोकेशन मिला. सादे वेश में पुलिस टीम मीठापुर बस स्टैंड पहुंची, वहां घेराबंदी कर आर्यन को बरामद किया गया.
साजिश में शामिल थे अभिषेक, आयुष और सावन
आर्यन के झूठे अपहरण की साजिश में उसके तीन दोस्त अभिषेक, आयुष और सावन शामिल थे. घर से निकलने के बाद सभी पटना जंक्शन गोलंबर पर मिले. यहां होटल सिटी सेंटर के बगल में एक होटल में रात भर ठहरे थे.
चारों मिल कर फिरौती की रकम मांगने के लिए रात भर प्लानिंग करते रहे. सुबह आर्यन के ही मोबाइल फोन से फिरौती मांगी गयी. ये लोग पैसा मिलने के बाद बस पकड़ कर बाहर भागने की तैयारी में थे. लेकिन समय से पुलिस को जानकारी मिल गयी और मामला खुल गया. एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि मामला काफी गंभीर है. इससे पहले रौशन अपहरण व हत्याकांड, रूपसपुर में सत्यम के अपहरण व हत्याकांड में सत्यम के ही दोस्त थे, जिन्होंने बाद में हत्या कर दी थी.