नयी दिल्ली : संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में न्यू फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर दुख प्रकट किया है और उम्मीद जतायी कि इस हादसे के प्रभावितों की तत्काल मदद करने के साथ जिम्मेदारी तय करने के लिए विस्तृत जांच करायी जाएगी.
उन्होंने प्रदेश एवं जिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आह्वान भी किया कि वे प्रभावित परिवारों की मदद करें. कांग्रेस की ओर से जारी बयान के मुताबिक सोनिया ने भारतीय रेल और राज्य सरकार से आग्रह किया कि वे तत्काल राहत के लिए कदम उठायें. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने आशा जतायी कि इस हादसे की जिम्मेदारी तय करने के लिए विस्तृत जांच करायी जायेगी.
घायलों में 10 महिलाएं और छह नाबालिग शामिल हैं. सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों में से चार का इलाज लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में चल रहा है जबकि दो लोग संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती हैं. उन्होंने बताया कि अन्य घायलों को इलाज के लिए रायबरेली ले जाया गया है. रेल अधिकारियों ने बताया कि फरक्का के 1,369 यात्रियों को लेकर एक विशेष ट्रेन लखनऊ से दोपहर पौने तीन बजे दिल्ली रवाना हुई.
रेल मंत्रालय ने बताया कि यात्रियों के लिए भोजन की समुचित व्यवस्था की गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में बुधवार की सुबह न्यू फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना में हुई लोगों की मौत पर शोक जताया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी को उद्धृत करते हुए ट्वीट में कहा, ‘रायबरेली में ट्रेन दुर्घटना में हुई लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार, रेलवे और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल सभी दुर्घटनास्थल पर हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये और कम जख्मी लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
गोयल ने ट्वीट किया, ‘रायबरेली में मारे गये और घायल हुए लोगों के परिवार के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. राहत कार्यों के लिए मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं.’ हादसे की जांच रेल सुरक्षा आयोग के मुख्य आयुक्त शैलेष पाठक को सौंपी गयी है. पाठक ने ही पिछले साल हुई पुरी-सत्कल एक्सप्रेस दुर्घटना की जांच की थी जिसमें 22 लोग मारे गये थे. उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
हादसे में हुई लोगों की मृत्यु पर शोक जताने के लिए कैबिनेट की बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, स्वास्थ्य अधिकारियों, एनडीआरएफ को बचाव एवं राहत कार्यों में हर संभव सहायता मुहैया कराने का निर्देश दिया है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गये हैं. वह रायबरेली के अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मिले. एनडीआरएफ की 40 सदस्यीय टीम और राज्य प्रशासन तथा रेलवे के शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं.
एडीजी ने बताया कि दुर्घटना में किसी आतंकी साजिश के पहलू की जांच के लिए एटीएस की टीम भी मौके पर भेजी गयी है. हादसे के बाद उत्तर रेलवे ने हेल्पलाइन नंबरों की घोषणा की है. जनसंपर्क अधिकारी विक्रम सिंह के अनुसार वाराणसी हेल्पलाइन नंबर 0542 2503814, लखनऊ हेल्पलाइन नंबर 9794830975, 9794830973, प्रतापगढ़ हेल्पलाइन नंबर 05342 220492 और रायबरेली के लिए हेल्पलाइन नंबर 0535 2213154 है. हादसे के कारण इस मार्ग की सभी अप और डाउन लाइनों पर यातायात बाधित है. उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि दुर्घटना के कारण 13 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है.