मुंबई : घटे भाव पर लिवाली से शेयर बाजारों में बुधवार को जोरदार बढ़त दर्ज की गयी और सेंसेक्स 461 अंक ऊपर बंद हुआ. डॉलर के मुकाबले रुपये में सुधार आने से बाजार में तेजी का रुख रहा. निवेशकों ने बैंकिंग, ऑटोमोबाइल और धातु कंपनियों के शेयरों में लिवाली पर जोर रखा. बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में 34,493.21 अंक पर खुला. कारोबार के दौरान यह तेजी से बढ़ता हुआ 34,858.35 अंक तक चला गया और अंत में कारोबार की समाप्ति पर यह पिछले दिन के मुकाबले 461.42 अंक यानी 1.35 फीसदी की तेजी के साथ 34,760.89 अंक पर बंद हुआ.
इसे भी पढ़ें : रुपये की गिरावट और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से शेयर बाजारों में हाहाकार
व्यापक आधार वाला निफ्टी सूचकांक एक बार फिर से 10,400 अंक पर पहुंच गया. निफ्टी कारोबार की समाप्ति पर 159.05 अंक यानी 1.54 फीसदी बढ़कर 10,460.10 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले यह ऊंचे में 10,482.35 अंक तक चढ़ गया था. लिवाली बढ़ने से सत्र के दौरान ज्यादातर शेयरों में बढ़त का रुख रहा. इससे पहले मंगलवार को सेंसेक्स में 175 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी.
पिछले कुछ सत्रों में डॉलर के मुकाबले रुपये के लगातार गिरने और रिकॉर्ड निचले स्तर तक जाने तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी निकालने से शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा. नकदी संकट में उलझी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को सहारा देने के लिए स्टेट बैंक के आगे आने से बाजार में धारणा बेहतर हुई. स्टेट बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की 45,000 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदने की घोषणा की है. इससे इन कंपनियों को नकदी समर्थन प्राप्त होगा.
रिजर्व बैंक भी बाजार में नकदी बढ़ाने का उपाय करेगा. केंद्रीय बैंक 11 अक्टूबर को बाजार से 12,000 करोड़ रुपये के सरकारी बॉन्ड की खरीदारी करेगा, ताकि बाजार में त्योहारों के लिए नकदी उपलब्ध करायी जा सके. घटे भाव पर लिवाली से बुधवार को मारुति-सुजूकी, टाटा स्टील, यस बैंक और स्टेट बैंक के शेयरों में सुधार रहा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.