आज गांधी जयंती है. आपने बचपन से ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कई कहानियां पढ़ी होगी. स्वच्छता पर, अहिंसा पर , स्वदेशी पर, कई रोचक कहानियां हमारे जेहन में आज भी हैं, जो हमें प्रेरित करती हैं. आज के युवाओं के लिए महात्मा गांधी आदर्श तो हैं लेकिन उनका मानना है कि अब कोई उनकी तरह नहीं हो सकता है. वे ग्रेट थे, लेकिन आज किसी का भी उनकी तरह बनना कठिन है. आज का युवा महात्मा को किस तरह समझता है और उनके आदर्शों को अपने जीवन मेंकिस तरह शामिल करता है इसपर एक चर्चा प्रभात खबर डॉटकाॅम की तरफ से उनके साथ की गयी. गांधी जयंती पर प्रभात खबर डॉट कॉम की यह विशेष पेशकश रांची विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग से है.
यहां छात्रों से हमने गांधी की विचारधारा पर सवाल किये. वह गांधी को कितना समझते हैं ? गांधी के विचारों से कितने सहमत है और आज के दौर में गांधी के विचार कितने प्रासंगिक हैं. गांधी के विचारों पर युवाओं ने मिलकर एक पक्ष नहीं रखा. गांधी पर सबके अपने विचार और अपना मत था. कोई गांधी के विचारों को आज के दौर में प्रासंगिक नहीं मानता, तो किसी का कहना है कि हमें लौटना उसी पुराने रास्ते पर है, जो गांधी जी के दिखाये हुए हैं.