नयी दिल्ली : ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और रूस में साखलिन-1 परियोजना में उसकी साझीदार कंपनियां स्थानीय कंपनी रोजनेफ्ट को 23 करोड़ डॉलर देकर उसके साथ विवाद को अदालत के बाहर सुलझाने पर सहमत हो गयी हैं. ओवीएल के प्रबंध निदेशक एनके वर्मा ने यह जानकारी दी.
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रूस की दिग्गज कंपनी रोजनेफ्ट ने साखलिन-1 परियोजना से जुड़ी कंपनियों के समूह पर ‘दूसरों के धन का इस्तेमाल करके अनुचित धन कमाने और अपने हित बढ़ाने’ का आरोप लगाते हुए अदालत में घसीटा है. रोजनेफ्ट ने इनके खिलाफ 1.4 अरब डॉलर के नुकसान का दावा किया था. हालांकि, कंपनियों के समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है.
वर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि हम अदालत के बाहर सुलह एवं 23 करोड़ डॉलर के भुगतान को लेकर सहमत हुए हैं. साखलिन-1 तेल एवं गैस क्षेत्र में ओवीएल की 20 फीसदी की हिस्सेदारी है. इस लिहाज से उसे 4.6 करोड़ डॉलर का भुगतान करना होगा. वर्मा ने कहा कि हम पहले ही इसका भुगतान कर चुके हैं.
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