संयुक्त राष्ट्र : ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि उनका देश पश्चिम एशिया में अमेरिका के साथ लड़ाई करना नहीं चाहता और उन्होंने सवाल किया कि अमेरिकी सेना क्षेत्र में अब भी क्यों मौजूद है? अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ परमाणु समझौता खत्म कर दिया है, उसके खिलाफ नये सिरे से प्रतिबंध लगाये हैं और सीरिया, यमन तथा इराक में मौजूद शिया शासन की भूमिका खत्म करने का संकल्प लिया है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूहानी ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को ईरान की ओर से दिये जा रहे सैन्य सहयोग का बचाव किया. उन्होंने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सीरिया में हमारी मौजूदगी तब तक जारी रहेगी जब तक सीरियाई सरकार हमसे वहां बने रहने का अनुरोध करती रहेगी.” ईरानी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम क्षेत्र में कहीं भी अमेरिकी सेना के साथ युद्ध नहीं करना चाहते. हम उन पर हमला नहीं करना चाहते, हम तनाव बढ़ाना नहीं चाहते लेकिन हम अमेरिका से कानूनों का पालन करने और राष्ट्रों की राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने के लिए कहते हैं.”
ट्रंप प्रशासन के ईरान के क्षेत्रीय चिर प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब और इस्राइल के साथ करीबी संबंध हैं तथा उसने तेहरान को चेतावनी दी है कि उसकी नजर उनकी गतिविधियों पर है.