नाथनगर : दोगच्छी के पास रविवार सुबह मुख्य सड़क किनारे स्थित एक बड़े पेड़ की मोटी टहनी टूट कर बाइक सवार दंपती पर गिर गयी. इससे पति की मौत हो गयी, जबकि पत्नी बुरी तरह घायल हो गयी. स्थानीय लोगों की मदद से घायल दंपती को मायागंज ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने पति को मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर नाथनगर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के बाइक को थाने लायी. मृतक इशाकचक थाना क्षेत्र के बरहपुरा निवासी बसीर खान है. मृतक पेशे से मेडिकल रिप्रजेंटेटिव था.
वह सुबह पत्नी हुमेरा रूआब को लेकर अपने बहन के घर मुंगेर जिले के असरगंज थाना क्षेत्र के लखनपुर जा रहे थे. दोगच्छी के पास अचानक पेड़ से टहनी टूट कर गिर पड़ी. मृतक हेलमेट पहना था. डाल भारी होने से सिर पर गंभीर चोट आयी. अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया.
परिजनों ने शव को मायागंज से बिना प्रबंधन को बताये घर ले गये. मृतक के घर व आसपास शोक की लहर दौड़ पड़ी. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. घर पहुंचे मीडियाकर्मियों ने मामले की जानकारी लेनी चाही, तो परिजनों ने बताने से इंकार कर दिया. नाथनगर इंस्पेक्टर जनीफउद्दीन ने बताया कि परिवार वाले शव का पोस्टमार्टम कराने के पक्ष में नहीं थे.
इसी माह सूखे पेड़ गिरने से तीन की हो चुकी है मौत
चार सितंबर को एसडीओ आॅफिस के पास सूखे पेड़ गिरने से तीन लोगों की मौत के बाद भी प्रशासन नहीं चेता. विभाग ने सूखे पेड़ को कटवाने के बजाय उसे उसी हाल में छोड़ दिया, जिससे नाथनगर के दोगच्छी के पास घटना की पुनरावृत्ति हो गयी.
एसडीओ आॅिफस के पास हुई घटना से नहीं चेता वन विभाग
नाथनगर : चार सितंबर को भागलपुर एसडीओ कार्यालय के पास सूखे पेड़ गिरने से कमिश्नरी के नाजिर समेत दो लोगों की दब कर मौत होने के बाद डीएम एक्सन में आये. उन्होंने वन विभाग को सूखे पेड़ को चिह्नित कर काट कर हटवाने का पत्र लिखा. वन विभाग ने इसकी परवाह नहीं की. विभाग ने शहरी क्षेत्र में चार पेड़ काट कर अपनी ड्यूटी पूरी कर ली.
एनएच किनारे व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में सूखे पड़े विशालकाय पेड़ों को हटवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी. जिले में एनएच, एसएच व कई मुख्य सड़कों के किनारे बड़े-बड़े पेड़ सूखे पड़े है, जो सीधे मौत को दावत दे रहे हैं. इसके गिरने से एक नहीं कइयों की जाने जा सकती है. इसके बाद भी वन विभाग दिलचस्पी नहीं ले रहा है.
लगातार पेड़ गिरने से जा रही जान, प्रशासन नहीं हो रहा गंभीर
भागलपुर : शहर में कमजोर हो चुके और पुराने पेड़ लोगों की जान के दुश्मन बन चुके हैं. हाल के दिनों में कई जानें जा चुकी हैं, जबकि कई घायल लोग अस्पताल में अब तक भर्ती हैं. इस बीच एक बार फिर रविवार को चंपानगर में बाइक सवार पति की मौत और पत्नी के घायल होने की खबर ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया.
जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद कमजोर और खतरनाक पेड़ों को काटने का जैसे-तैसे काम हो रहा है. वरीय अधिकारियों को दिखाने के लिए कुछ पेड़ और उसकी टहनियों को काटकर वन विभाग जिम्मेदारी को पूरी कर ले रहा है.
चंद पेड़ों को काटकर ड्यूटी पूरी करने में जुटा है वन विभाग
04 सितंबर : समाहरणालय परिसर के निर्माणाधीन दक्षिणी गेट के समीप एसडीओ कार्यालय के सामने सूखा पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आकर कमिशनरी के नाजिर राकेश कुमार सिंह की घटनास्थल पर मौत हो गयी. वहीं इस घटना में घायल उल्टा पुल के समीप बीज का व्यवसाय करने वाले संजीव कुमार साहा की मौत मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी.
जबकि पेड़ की चपेट में आने से राकेश के साथ मोटरसाइकिल से जा रहे उनके चचेरे भाई ललन कुमार सिंह समेत बीज व्यवसायी संजीव कुमार की पत्नी कंचन कुमारी गंभीर रूप से घायल हो गयी. वहां खड़े एक ऑटो ड्राइवर ललन कुमार को आंशिक चोटें आयीं.
21 सितंबर : मुहर्रम के अवकाश के कारण धरना स्थल के पास गिरे पेड़ की टहनी से कोई बड़ा हादसा तो नहीं हुआ, लेकिन एक कर्मी की बाइक क्षतिग्रस्त हो गयी. पेड़ की टहनी गिरने की सूचना कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारियों को मिली और तत्काल सूचना डीएम और एसडीओ को दी गयी.
22 अगस्त : बरारी थाना अंतर्गत सुंदरवन के सामने एक पेड़ रात करीब नौ बजे सड़क पर गिर गया. पेड़ की डाली की चोट से बरारी संतनगर निवासी बाइक सवार बेटा सुमित कुमार और मां बीणा देवी गंभीर रूप से घायल हो गयीं. पेड़ की डाली में बाइक दब गयी.
18 अगस्त : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी पुरुष छात्रावास संख्या दो में पेड़ टूटकर गिर पड़ा. छात्रावास के छात्र बाल-बाल बच गये. पेड़ टूट कर छात्रावास की छत पर गिरा था.
कूड़ा गिरा निगम ने मार दिये 25 से अधिक पेड़
नाथनगर. दोगच्छी के पास सूखे पेड़ की टहनी गिरने से बरेहपुरा के एमआर की जान चली गयी, वही घटना के जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं. हरे भरे पेड़ को सुखाने में सबसे अधिक जिम्मेदार नगर निगम को माना जा है. चंपापुल से दोगच्छी के बीच एनएच-80 के किनारे लगे बड़े-बड़े पेड़ आज से कुछ साल पहले हरा भरा था, लेकिन नगर निगम ने कूड़ा गिरा कर लगभग पेड़ों को मार दिया.
चंपापुल से दोगच्छी तक करीब 25 से अधिक पेड़ मरे पड़े हैं. सूखे पेड़ को काट कर हटाने की खुद पर नहीं ले रहे हैं.यह ठिकरा सीधे वन विभाग पर फोड़ दे रहे हैं. डीएम ने वन विभाग से एक सप्ताह में सूखे पेड़ हटाने को कहा था, 20 दिन बाद भी नहीं हटवाया.