नयी दिल्ली : रेल यात्रियों को अब प्लेटफॉर्म पर गुणवत्ता वाला खाने-पीने का सामान मिलेगा. रेलवे बोर्ड ने देश के सभी स्टेशनों पर मौजूद खाने-पीने के स्टॉल को हटाने का फैसला किया है. रेलवे बोर्ड इसकी जिम्मेदारी जल्द ही आईआरसीटीसी को देने का आदेश दिया है, इससे खाने की गुणवत्ता और कीमत भी किफायती हो जायेगी. अभी आईआरसीटीसी के स्टॉल रेलवे स्टेशन के कॉनकोर्स एरिया में ही खोलने की अनुमित है.
कॉनकोर्स एरिया वह जगह होती है, जहां से यात्री प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करते हैं. इस एरिया में वेटिंग हॉल, टिकट खिड़की और पूछताछ कार्यालय मौजूद होता है. रेल मंत्रालय को लगातार यात्रियों से प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले खाने-पीने के सामान की गुणवत्ता खराब होने की शिकायतें मिल रहीं थी. रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी द्वारा प्लेटफॉर्म पर स्टॉल खोलने के लिए सभी जोन को सर्कुलर जारी कर दिया है.
इस सर्कुलर के मुताबिक, आईआरसीटीसी स्टेशन पर मौजूद फूड प्लाजा, रिफ्रेशमेंट रूम और प्लेटफॉर्म स्टॉल पर सीधे अपने रसोईघर में तैयार खाने-पीने के वस्तुओं को बेच सकेगी.
यात्रा के लिए पूरे देश में जल्द शुरू होगा एक कार्ड
अब एक शहर से दूसरे शहर अथवा शहर के अंदर ही यात्रा के दौरान कई सारे कार्ड और कैश रखने की झंझट से छुटकारा मिल जायेगा. जल्द ही पूरे देश में एक कॉमन मोबिलिटी कार्ड लांच करने की तैयारी है. इस कार्ड की मदद से लोग कहीं भी बिना किसी परेशानी के सफर कर सकेंगे. केंद्र सरकार का आईटी मंत्रालय और नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) मिलकर एक परियोजना पर काम रहे हैं. इस तरह का कार्ड पूरे देश में दिसंबर तक शुरू होने की संभावना है. परियोजना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, एनपीसीआई देश के सभी बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बातचीत कर रहा है. इस कार्ड से लोग टिकट खरीदने के साथ ही भुगतान भी कर सकेंगे. यह मोबिलिटी कार्ड बिलुकल एक डेबिट-क्रेडिट कार्ड की तरह काम करेगा. इस कार्ड के लिए सभी प्रकार के वाहनों में पीओएस मशीन लगाने पर भी विचार किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को सफर के दौरान केवल इसे स्वाइप करना होगा. जिन वाहनों में इसको लगाया जायेगा, उनमें ऑटो रिक्शा, कैब व सिटी बसें शामिल हैं. रेलवे व राज्य परिवहन की बसों में भी इस कार्ड के जरिये यात्रा की जा सकेगी.