नयी दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बुधवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में गठबंधन सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे के समझौते पर चर्चा की.नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ सम्मानजनक समझौते पर पहुंच गयी है, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया था कि राज्य की कुल 40 सीटों में से उनकी पार्टी कितनी सीटों पर किस्मत आजमाएगी.
राजनीतिक सूत्रों ने कहा कि यह भी फैसला होना है कि जदयू कौन सी सीटों पर चुनाव लड़ेगी क्योंकि 2014 में नीतीश कुमार की पार्टी भाजपा नीत राजग का हिस्सा नहीं थी. भाजपा ने तब 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था. राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को सात सीटें लड़ने के लिए मिली थीं और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा तीन सीटों पर चुनाव लड़ी थी. 2013 में राजग का साथ छोड़ने से पहले जदयू ने गठबंधन में रहते हुए भाजपा से अधिक सीटों पर किस्मत आजमायी थी.
गौर हो कि नीतीशकुमार तीन दिनों के दौरे पर दिल्ली में हैं. मंगलवार को दिल्ली के एम्स में नीतीश कुमार रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए भर्ती हुए थे. सूत्रों की मानें तो बुखार की शिकायत और आंखों और घुटनों में समस्या होने की वजह से उन्हें एडमिट किया गया था. वह सोमवार को अचानक दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे. इससे पूर्व 16 सितंबर कोजदयू राज्य कार्यकारिणी की बैठक थी और कार्यक्रम में प्रशांत किशोरको पार्टी की सदस्यता दिलायी गयी थी.
इससे पहले 12 जुलाई को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पटना दौरे के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई थी. तब सीटों पर बंटवारे को लेकर दोनों नेताओं में भी चर्चा हुई थी. वहीं, रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के साथ सीट समझौते के साथ सीट समझौते का मामला अंतिम चरण में है. इसकी शीघ्र ही घोषणा की जायेगी.