गुमला : वर्ष 2006 में झारखंड राज्य में सत्ता परिवर्तन व तात्कालिक मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के शपथ ग्रहण के दूसरे ही दिन गुमला जिले के कामडारा थाना अंतर्गत कुरकुरा में हुए नरसंहार ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया था.
एक ही रात में आठ लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी थी. घटना 18 सितम्बर की है. कुरकुरा में एक तरफ नरसंहार की घटना घटी. वहीं दूसरी ओर मधु कोड़ा ने बतौर निर्दलीय मुख्यमंत्री 18 सितम्बर को रांची में शपथ ग्रहण किया था.
कुरकुरा नरसंहार के 12 वर्ष हो गया है. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुरकुरा में नरसंहार की घटना की याद में बरसी कार्यक्रम का आयोजन की गयी है. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्य के पूर्व सीएम सह झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, विधायक पौलुस सोरेन, पूर्व विधायक अमित महतो, पूर्व विधायक भूषण तिर्की सहित राज्य के कई बड़े नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे.
बरसी में करीब 15 से 16 हजार लोग जुटेंगे. कुरकुरा नरसंहार की याद में आयोजित बरसी कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर सोमवार को गांव में बैठक हुई. बैठक में कार्यक्रम की तैयारी की जानकारी व अतिथियों के स्वागत पर चर्चा हुई.
झामुमो के केंद्रीय सदस्य जिग्गा सुसरान मुंडा ने कहा कि कुरकुरा नरसंहार की छह साल हो गया है. हमारे गांव के आठ लोगों की हत्या कर दी गयी थी. आठ लोगों की जान बेकार नहीं गयी. शहादत ने इस क्षेत्र के विकास की नींव रखी. आज इस क्षेत्र में विकास हो रहा है. नरसंहार के बाद लोगों के आंदोलन का परिणाम है कि अब कुरकुरा में नया थाना खुल गया है.