लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने भाजपा पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा है कि केवल राजनीतिक पार्टियां ही नहीं, भारत की पूरी जनता भी भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहती है. आने वाले वक्त में एक बहुत अच्छा गठबंधन देखने को मिलेगा.
आगे उन्होंने कहा कि भारत कई मोर्चों पर पिछड़ चुका है. महंगाई, तेल की कीमतें आदि बढ़ रही हैं. हम चाहते हैं कि भाजपा वालों की आर्थिक नीतियों का ऐसा चमत्कार हो कि जितनी रुपये की वैल्यू डॉलर के सामने हैं, उतनी ही डॉलर की वैल्यू रुपये के सामने हो जाए.
यहां चर्चा कर दें कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव में एकजुटता की वकालत कर रहे विपक्षी दलों को स्पष्ट संदेश देते हुए रविवार को कहा कि उनकी पार्टी सिर्फ सम्मानजनक संख्या में सीटें मिलने की सूरत में ही किसी दल के साथ गठबंधन करेगी, वरना वह अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी.
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा "लोकसभा चुनाव और उससे पहले कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों की यह कोशिश होगी कि भाजपा को किसी भी कीमत पर सत्ता में आने से रोका जाए. इसके लिये गठबंधन करके चुनाव लड़ने की बात भी हो रही है." उन्होंने कहा "हमारी पार्टी गठबंधन के खिलाफ नहीं है, लेकिन इस बारे में पार्टी का शुरू से ही स्पष्ट रूख है. पार्टी किसी भी दल के साथ तभी कोई गठबंधन करेगी जब उसे सम्मानजनक सीटें मिलेंगी. वरना हमारी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ना बेहतर समझती है."
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन बनाने की कोशिशें जारी हैं. माना जा रहा है कि दलितों में पैठ रखने की वजह से इसमें बसपा की अहम भूमिका हो सकती है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बसपा के साथ गठबंधन की ख्वाहिश लगभग हर मंच से जाहिर करते रहे हैं.