चेन्नई : यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी के जरिये दो पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए 33 घंटे की उल्टी गिनती शनिवार को एक बजकर आठ मिनट पर शुरू हुई.
इसरो ने अपनी विज्ञप्ति में कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का भरोसेमंद पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-सी 42 (पीएसएलवी) उपग्रहों नोवासर और एस 1-4 को लेकर जाएगा.
यह रविवार को रात 10 बजकर सात मिनट पर रवाना होगा. इन उपग्रहों का वजन 800 किलोग्राम है. ये विदेशी उपग्रह वनों की मैपिंग और बाढ़ और आपदा निगरानी और अन्य कार्यों के लिए हैं.
इन्हें 583 किमी की ऊंचाई पर सूर्य की तुल्यकालिक कक्षा में छोड़ा जाएगा. इन्हें सरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, ब्रिटेन ने विकसित किया है. यह मिशन कंपनी और इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच एक वाणिज्यिक व्यवस्था है.
यह पीएसएलवी की 44वीं उड़ान होगी और इस साल इसरो द्वारा तीसरा प्रक्षेपण होगा. जनवरी में, पीएसएलवी-सी 40 ने भारत के मौसम अवलोकन उपग्रह कार्टोसैट 2 श्रृंखला और पीएसएलवी-सी 41 लॉन्च की अप्रैल में आईआरएनएसएस – 1 आई नैविगेशन उपग्रह का प्रक्षेपण किया था.