वाशिंगटन : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और अपने अमेरिकी समकक्ष जॉन बोल्टन के साथ भारत-अमेरिका कूटनीतिक संबंधों की ‘भविष्य की दिशा’ तय करने पर शुक्रवार को व्यापक चर्चा की. ट्रंप प्रशासन के तीन शीर्ष अधिकारियों के साथ डोभाल की यह बैठक एक सप्ताह पहले दोनों देशों के रक्षा तथा विदेश मंत्रियों के बीच सफल रही ‘टू प्लस टू’ वार्ता के बाद हुई है.
यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल्टन के साथ डोभाल की पहली मुलाकात है. डोभाल पिछले सप्ताह नई दिल्ली में भी पोम्पिओ और मैटिस से मिले थे. पुष्ट सूत्रों ने कहा, ‘तीन लगातार बैठकों के दौरान डोभाल को ‘टू प्लस टू’ वार्ता के बाद पूरे द्विपक्षीय संबंध की समीक्षा करने का अच्छा मौका मिला. उन्होंने पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में हुई चर्चा पर बात की.’ अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना इन बैठकों में डोभाल के साथ रहे.
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सूत्रों ने इसे ‘बेहद व्यापक चर्चा’ बताते हुए कहा कि डोभाल और ट्रंप प्रशासन के तीन शीर्ष अधिकारियों ने कूटनीतिक संबंधों की ‘भविष्य की दिशा’ के बारे में बात की और सहयोग के क्षेत्रों की पहचान की. उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की गयी.
भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने एक ट्वीट कर कहा कि पिछले सप्ताह हुई टू प्लस टू वार्ता ने दोनों देशों के बीच करीबी संबंधों की दिशा तय की है. उन्होंने बताया कि भारत-अमेरिका साझेदारी मजबूत हो रही है. अमेरिका भारत कूटनीतिक और साझेदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने कहा, ‘हमने टू प्लस टू वार्ता के साथ पिछले कुछ सप्ताह में अमेरिका-भारत संबंधों में सकारात्मक प्रगति देखी है और डोभाल की अमेरिकी यात्रा के साथ यह प्रगति जारी है.’