रांची : झारखंड के सरकारी स्कूल के बच्चों को अब कक्षा छह में साइकिल दी जायेगी. विद्यालय के विलय के बाद वैसे बच्चे, जिन्हें स्कूल आने के लिए दो किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करनी होगी, उन्हें कक्षा छह में ही साइकिल दी जायेगी.
इसकी घोषणा मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को ज्ञानसेतु ई-विद्यावाहिनी के शुभारंभ को लेकर न्यायिक अकादमी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कही. उल्लेख्य है कि राज्य में लगभग 4600 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों का विलय किया गया है.
समाराेह में मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों काे स्कूल तक लाने के लिए बस की व्यवस्था की जायेगी. इसके लिए सिटी बसों का परिचालन किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा : उपायुक्त सीएसआर फंड से बस का क्रय करें.
आवश्यकता होने पर उपायुक्त जिले में उपलब्ध फंड से बस खरीदें. राज्य के स्कूलों में बेंच-डेस्क, बिजली की व्यवस्था की गयी है. 39 हजार विद्यालय में से मात्र सात हजार स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए बेंच-डेस्क था, चार हजार स्कूलों में बिजली की व्यवस्था थी. सभी स्कूलों में बेंच-डेस्क की व्यवस्था की गयी है.
मुख्यमंत्री ने इ-विद्यावाहिनी कार्यक्रम के लिए सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को टैब दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के लागू होने से स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता और बढ़ेगी.
प्रथम चरण में राज्य के 3300 स्कूलों में यह योजना शुरू की गयी है. 14 सितंबर को इसके तहत 2900 स्कूलों के शिक्षकों ने बायोमैट्रिक्स सिस्टम से अपनी उपस्थिति भी बनायी. चरणबद्ध तरीके से राज्य के 41 हजार स्कूलों में योजना लागू की जायेगी. इसके माध्यम से बच्चों पठन-पाठन से लेकर विद्यालय संचालन तक ऑनलाइन किया जायेगा. विभागीय पदाधिकारी इसकी अॉनलाइन निगरानी कर सकेंगे