मामले को लेकर पुलिस महानिरीक्षक, एसपी, डीएसपी व मानवाधिकार आयोग को दिया आवेदन
बरकट्ठा : गोरहर थाना पुलिस के द्वारा निर्दोष होटल संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का मामला अब तुल पकड़ने लगा है. मामले को लेकर पीडि़त व्यक्ति के समर्थन में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने गोलबंद होते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया. इस बाबत जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने एक लिखित शिकायत हजारीबाग पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक, उपाधिक्षक बरही एवं मानवाधिकार आयोग झारखंड को दिया है. जिसमें जीप सदस्य मीना देवी, प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष वशंत साव, झाविमो केन्द्रीय सदस्य केदार साव, मुखिया बडकी देवी, नरेन्द्र सिंह, पंसस लोकनाथ राणा, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष दर्शन सोनी, उपमुखिया मुलवा देवी समेत सैकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर है.
आवेदन में गोरहर थाना प्रभारी आनंदी सिंह के द्वारा आम जनता को प्रताड़ित कर आतंक मचाने का आरोप लगाया गया है. लिखा है कि थाना प्रभारी के द्वारा पिछले छह माह से गरीब जनता एवं आम राहगीर को शराब बेचने का झुठा आरोप लगा पकड़कर पैसा वसूल कर छोड़ देते हैं.
लोगों का आरोप है कि थाना प्रभारी आए दिन जीटी रोड से गुजरने वाली अवैध मवेशी एवं कोयला लदे ट्रकों को पकड़कर मनमाना पैसा लेकर मामले को रफा दफा कर देते हैं. मामले की जानकारी मिडिया वालों को होने के बाद ही किसी किसी पर प्राथमिकी दर्ज कर खानापूर्ति किया जाता है. सोमवार 10 सितंबर की शाम ग्राम लगनवा निवासी जागेश्वर साव के चाय नास्ते के होटल पर थाना प्रभारी ने पहुंचकर महुआ शराब बेचने का आरोप लगाते हुए उन्हें लोहे के रॉड से मारकर घायल कर दिया था.
जिसके बाद हम जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के द्वारा घटना का विरोध प्रकट किया था. जिसके बाद थाना प्रभारी ने बदले के भावना से ग्रसित होकर दो दिन बाद जागेश्वर साव के विरुद्ध 40 लीटर महुआ शराब की बरामदगी दिखाते हुए झुठा प्राथमिकी दर्ज कर दिया. लगातार हो रहे घटना को लेकर क्षेत्र में थाना प्रभारी के विरुद्ध आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों से मामले की जांच पड़ताल कर थाना प्रभारी आनंदी सिंह के विरुद्ध कार्यवाई की मांग किया है.
पीडि़त दुकानदार ने लगायी पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा की गुहार
गोरहर थाना पुलिस के द्वारा झुठा मुकदमा दर्ज किये जाने की शिकायत पीडि़त दुकानदार जागेश्वर साव ग्राम लगनवा निवासी ने पुलिस अधिकारियों से किया है. इस बाबत उन्होंने एक लिखित आवेदन पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक हजारीबाग, उपाधीक्षक बरही एवं पुलिस निरीक्षक बरकट्ठा को दिया है. जिसमें उन्होंने गोरहर थाना प्रभारी आनंदी सिंह पर झूठा मुकदमा दर्ज कर देने का जिक्र किया गया है. आवेदन में लिखा है कि मैं अपने चाय नास्ते की दुकान पर 10 सितंबर को था.
इसी बीच थाना प्रभारी दुकान में पहुंचकर शराब बेचने की बात कहते हुए मेरे साथ मारपीट किया. इसके लगभग एक माह पूर्व थाना प्रभारी के द्वारा मेरे दुकान से धान रोपनी का कार्य कर रहे मजदूर को देने के लिए दो बोतल में रखे महुआ शराब जप्त किया था. जिससे बाद मुझे थाना ले जाकर प्राथमिकी नहीं दर्ज करने का दबाव देकर दस हजार रुपये देने के बाद छोड़ दिया गया था. घटना के बाद से थाना प्रभारी के द्वारा लगातार मुझसे महिना देने की मांग को लेकर दबाव बनाया जाने लगा. जिसको देने से असमर्थता जताने पर मारपीट कर झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया. जागेश्वर साव ने अधिकारियों से न्याय देने की गुहार लगायी है.