नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने गुरुवार को दावा किया कि उन्होंने शराब कारोबारी विजय माल्या के देश से भागने से दो दिन पहले उसे संसद के केंद्रीय कक्ष में वित्त मंत्री अरुण जेटली से बात करते हुए देखा था. पुनिया ने बातचीत में कहा, ‘जब माल्या के देश से भागने की खबर आयी तो उससे दो दिन पहले ही मैंने संसद के केंद्रीय कक्ष में उसे जेटली जी के साथ बातचीत करते देखा था. मैंने देखा कि दोनों खड़े होकर बातचीत कर रहे हैं.’ इससे पहले , कल रात पुनिया ने ट्वीट करके भी यह दावा किया था और जेटली पर ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया था.
दरअसल, माल्या ने बुधवार को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था. लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने संवाददाताओं को बताया कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी. उधर, वित्त मंत्री ने माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया. जेटली ने कहा कि माल्या राज्यसभा सदस्य के तौर पर हासिल विशेषाधिकार का ‘दुरुपयोग’ करते हुए संसद-भवन के गलियारे में उनके पास आ गया था.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने माल्या के दावे को ‘अति गंभीर आरोप’ करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जांच का आदेश देना चाहिए और जांच पूरी होने तक जेटली को इस्तीफा दे देना चाहिए. गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘ लंदन में आज माल्या की ओर से लगाये गए अति गंभीर आरोपों को देखते हुए प्रधानमंत्री को तत्काल स्वतंत्र जांच का आदेश देना चाहिए. जब तक जांच चलती है तब तक अरुण जेटली को वित्त मंत्री के पद से हट जाना चाहिए.’