अल मुंतर (सीरिया)/नयी दिल्ली : सीरिया में विद्रोहियों के आखिरी बड़े गढ़ इदलिब में हुए ‘हिंसक’ हमले की वजह से भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सीरिया यात्रा टल गयी है. निगरानी समूह ‘सीरियन आब्जर्वेटरी फोर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि देश में इदलिब में रूस ने एक महीने के भीतर दूसरी बार ‘सबसे हिंसक’ हवाई हमले किये.
सीरिया में संघर्ष को लेकर त्रिपक्षीय शिखर वार्ता के नाकाम होने के बाद ये हमले हुए. सीरियाई सरकार सहयोगी देश रूस एवं ईरान और विद्रोहियों का समर्थन करने वाले तुर्की के नेताओं के बीच तेहरान में हुई शिखर वार्ता इदलिब में संघर्ष को रोकने के मुद्दे पर सहमति बनाने में नाकाम रही.
शनिवार को दर्जनों रूसी लड़ाकू विमानों ने इदलिब के दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी इलाकों में हवाई हमले किये. ब्रिटेन स्थित निगरानी समूह ने कहा कि हमले में कम से कम चार आम नागरिक मारे गये, जिनमें दो बच्चे शामिल हैं.
इधर, सीरिया में बढ़ते तनाव के कारण विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अगले सप्ताह प्रस्तावित विदेश यात्रा टाल दी गयी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सीरियाई सरकार से विचार-विमर्श के बाद सुषमा की यात्रा की नयी तारीखें तय की जायेंगी.
सुषमा को 11 सितंबर से सीरिया और लेबनान की तीन दिन की यात्रा पर जाना था. सीरिया में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा होने के बाद यह किसी भारतीय विदेश मंत्री की पहली सीरिया यात्रा होती.
खबरों के मुताबिक, रूसी लड़ाकू विमानों ने सीरिया के इदलीब प्रांत पर ताजा हमले शुरू कर दिये हैं. ईरान, रूस और तुर्की के नेताओं के बीच तेहरान में चल रही एक बैठक के बीच यह हमले शुरू हुए हैं.
दक्षिणी सीरिया में उथल-पुथल भरे हालात से निबटने की साझा रणनीति तय करने के लिए तीनों देशों के नेता बैठक कर रहे हैं. रूसी सेना ने अमेरिकी सेना को चेतावनी दी है कि वह दक्षिणी सीरिया में किसी सैन्य अभियान में शामिल नहीं हो.
भारत सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहा है. वह उनसे ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाने का अनुरोध कर रहा है, जिससे देश में हालात और बिगड़े.