कोलंबो : उत्तरी तमिल क्षेत्र से बाल मामलों की राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाली विजयकला महेश्वरन अलगाववादी संगठन लिट्टे को फिर से खड़ा करने की मांग वाली अपनी टिप्पणी को लेकर मुकदमा का सामना करेंगी.
पुलिस ने बताया कि महेश्वरन पर देश के खिलाफ लोगों को भड़काने के लिए आपराधिक संहिता की धारा 120 के तहत मुकदमा चलाया जायेगा. अटॉर्नी जनरल द्वारा शुक्रवार को जारी सिफारिशों के बाद यह फैसला लिया गया.
महेश्वरन ने इस साल जुलाई में जाफना में एक जनसभा में कहा था कि कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. इसलिए उत्तरी प्रांत के लोग लिट्टे के फिर से खड़े होने और वापस लौटने की कामना कर रहे हैं.
उनकी टिप्पणी को लेकर संसद में हंगामा हो गया था और यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के नेता प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से बातचीत के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह यूनएनपी की सदस्य हैं.