कोलकाता : अगले वर्ष प्रस्तावित लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी भाजपा ने आइटी सेल का पुनर्गठन कर सोशल मीडिया पर मौजूदगी बढ़ाने का फैसला किया है. दोनों पार्टियां पिछले कुछ वर्षों से एक-दूसरे पर निशाना साधती रही है और अब इस जंग को सोशल मीडिया तक ले जाने की योजना है.
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं. इनमें से टीएमसी के पास 34 और भाजपा के पास केवल दो सीटेंहैं. भाजपा के प्रमुख अमित शाह का लक्ष्य 22 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करना है और पार्टी को उम्मीद है कि सोशल मीडिया इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा.
तृणमूल कांग्रेस पिछले कुछ महीनों से पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में पार्टी की डिजिटल सेल को मजबूत करने में लगी है. तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरक ओ ब्रायन और अभिषेक बनर्जी ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया के मंचों पर सक्रिय है और डिजिटल क्षेत्र में भाजपा का सामना कर रहेहैं.
पार्टी की नजरुल मंच पर 10 सितंबर को एक डिजिटल कॉनक्लेव आयोजित करने की तैयारी है, जहां अभिषेक बनर्जी आइटी सेल के सदस्यों, मंत्रियों और युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे.
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘इस कॉनक्लेव के दौरान मंत्रियों को लोगों के साथ सीधे जुड़ने के लिए ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर और अधिक सक्रिय होने के निर्देश दिये जायेंगे. भाजपा के ज्यादातर मंत्री सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, लेकिन उनकी तुलना में हमारे कुछ ही मंत्री और पार्टी नेता सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं. यह संख्या बढ़ानी होगी.’
पार्टी ने राज्य के 42 लोकसभा क्षेत्रों में लोगों तक पहुंच बनाने के लिए 40 हजार से अधिक युवाओं को सोशल मीडिया के इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है. पार्टी का लक्ष्य 10 हजार व्हाट्सएप ग्रुप बनाना है, जिसमें प्रत्येक में 256 सदस्य होंगे, जो राज्य सरकार के विकास कार्यों और केंद्र की भाजपा सरकार की ‘जन विरोधी’ नीतियों के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे.
तृणमूल के मीडिया प्रकोष्ठ के संयुक्त संयोजक दीप्तांशु चौधरी ने बताया कि पार्टी न केवल ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ाने पर नजर रख रही है, बल्कि मैसेंजर, माइक्रोब्लाॅगिंग साइट, ई-मेल और इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर भी संख्या बढ़ाना चाहती है.
तृणमूल द्वारा सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाने के प्रयास किये जाने के साथ ही पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई भी इसमें पीछे नहीं रहना चाहती है. भाजपा प्रमुख अमित शाह ने इस वर्ष जून में अपनी यात्रा के दौरान क्षेत्रों में जाने के साथ ही सोशल मीडिया के जरिये लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए एक रणनीति तैयार की थी.
शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे राज्य में टीएमसी सरकार का मुकाबला करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल एक उपकरण की तरह करे और मोदी सरकार की जन समर्थक नीतियों का प्रचार करें.
भाजपा की आइटी, वेबसाइट और सोशल मीडिया प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की ‘तुष्टिकरण की नीतियों’ और ‘भारी कुशासन’ के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल करेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी की योजना है कि सोशल मीडिया मंचों पर टीएमसी सरकार की ‘विफलताओं’ और भाजपा की जन समर्थक नीतियों को प्रचारित किया जाये.
राज्य भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने कहा कि पार्टी राज्य के प्रत्येक बूथ में फेसबुक पृष्ठों और व्हाट्सएप समूहों को बनाने की प्रक्रिया में है. उन्होंने से कहा, ‘फेसबुक पृष्ठ और व्हाट्सएप समूहों को बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है. हमें उम्मीद है कि यह काम जल्द ही समाप्त हो जायेगा.’