दमकल कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद काबू में किया बिदके भैंसे को
ग्रामीणों ने डर के मारे बंद कर लिये थे अपने-अपने घरों के दरवाजे
आद्रा. पुरूलिया के मपसील थाना के गंगारा गांव में पालतू भैसा के हमले से किसान अनिल महतो (55) की मौत हो गयी. घटना से पूरे गांव में दहशत है.
पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिये पुरूलिया सदर अस्पताल भेज दिया है. दमकल कर्मियों ने बेकाबू भैंसा को ग्रामीणों की सहायता से काबू में किया. पकड़ने जाने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.
परिजनों तथा स्थानीय निवासियों ने बताया कि अनिल ने जीविका के लिये एक भैसा और एक भैस पाल रखा था. रोजाना की तरह वह गांव के पास एक तालाब में इन्हें नहाने के लिये ले गये थे. इसी दौरान भैसा बिदक गया और तालाब में ही अनिल पर हमला बोल दिया. लगातार सिंह से प्रहार कर अनिल को बुरी तरह जख्मी कर दिया.
यह ग्रामीण उनकी सहायता को आगे बढ़े लेकिन भैंसा के भयंकर रूप को देखकर भाग खड़े हुये. आधे घंटे बाद दोनों भैंस तालाब से निकलकर गांव की ओर आने लगे. ग्रामीणों घायल अनिल को तालाब से निकालकर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गये. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद पूरे गांव में आतंक फैल गया. आतंकित ग्रामीणों ने डर के मारे अपने-अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिये थे.
घटना की खबर पुलिस प्रशासन, दमकल विभाग को दी गयी. दमकल कर्मी गांव पहुंचे और लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बेकाबू भैसा को ग्रामीणों की सहायता से रस्सी से बांधा. पशु चिकित्सक को जानकारी दी गयी. भैसा के काबू में आने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. गांव वालों ने बताया अनिल भैसों को पुत्र की तरह मानते थे. भैसा का उपयोग खेती बारी में करते थे जबकि भैस का दूध बेच जीविका चलाते थे.