मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुधवार को दो अलग-अलग मामलों में सुनवाई होगी. पहला मामला कांग्रेस के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्दू से जुड़ा है, जबकि दूसरा बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जुड़ा हुआ है. नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ दर्ज परिवाद की सुनवाई मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में होगी. सिद्धू के पाकिस्तान यात्रा के दौरान वहां के सेना प्रमुख से गले मिलने को लेकर एक परिवाद दर्ज हुआ था. ये परिवाद अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने दर्ज कराया था.
दूसरी ओर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ दर्ज परिवाद की भी सुनवाई मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में ही होगी. उनके खिलाफ बिहार के नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने परिवाद दर्ज कराया है. ये मामला मुजफ्फरपुर के बालिका गृह से जुड़ा है, जिसमें तेजस्वी यादव द्वारा नाम घसीटे जाने को लेकर मंत्री सुरेश शर्मा ने परिवाद दर्ज कराया है. ये परिवाद मानहानि और प्रतिष्ठा हनन को लेकर दर्ज कराया गया है.
गौरतलब हो कि तेजस्वी यादव ने मंत्री सुरेश शर्मा पर बालिका गृह मामले में शामिल होने का आरोप लगाया था. तेजस्वी ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी मंत्री सुरेश शर्मा को बचा रहे हैं. उन्हें मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए. नीतीश कुमार और सुशील मोदी पहले मंजू वर्मा को भी बचा रहे थे, लेकिन जब विपक्ष ने आवाज उठाई तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. सीएम अगर मंत्री से इस्तीफा नहीं लेते हैं तो विपक्ष के नेता के रूप में मैं अपना काम शुरू करूंगा. मंत्री को इस्तीफा देना होगा. सुरेश शर्मा के द्वारा मानहानि का केस दर्ज करने की धमकी देने से मैं डरने वाला नहीं हूं. वह चाहें तो एक हजार करोड़ रुपये या इससे भी अधिक की मानहानि का केस कर सकते हैं.