पटना : लम्बे इंतजार के बाद दिल्ली जाने वाली ट्रेन बिहार संपर्क क्रांति नये लुक के साथ आज दिल्ली पहुंची. दिल्ली स्टेशन पर जैसे ही ट्रेन पहुंची लोग इसे निहारतेरहे. लोग चाह कर भी भी अपनी नजर ट्रेन के कोच से नहीं हटा पा रहे थें. लोग मिथिला कला को देख अभिभूत थें. गरुवार को यह ट्रेन दरभंगा से प्रस्थान की थी. जिसे समस्तीपुर के DRM रविंद्र जैन ने न सिर्फ रवाना किया, बल्कि खुद ट्रेन में बैठ कर DRM साहेब सफर पर भी निकल गये. ट्रेन की 9 बोगियों को मिथिला पेंटिंग कर खूबसूरत ढंग से सजाया और संवारा गया है. बोगियों पर मिथिला पेंटिंग को पिछले एक महीने में 50 से अधिक महिला कलाकारों ने मिल कर बनाया है. हालांकि, अभी पूरी ट्रेन पर यह पेंटिंग नहीं हुई है. लेकिन, धीरे-धीरे ट्रेन की सभी कोचों पर यह पेंटिंग किया जा रहा है.
मीडिया से बात करते हुए DRM रविंद्र जैन ने कहा कि यह ट्रेन जिस रेल रूट से गुजरेगी, उधर ही मिथिला पेंटिंग का प्रचार -प्रसार होगा. इससे न सिर्फ मिथिला पेंटिंग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ट्रेन की खूबसूरती भी बढ़ गयी है. वहीं, ट्रेन में सफर करने वाले लोग अपने आप को गौरवान्वित भी महसूस कर सकते है. उन्होंने बताया कि रेलवे ने इसे एक प्रयोग के रूप में शुरू किया है. इसके परिणाम अच्छे आने पर, आने वाले दिनों में और भी ट्रेनों की बोगियों पर मिथिला पेंटिंग की जायेगी. इधर उद्घाटन के पहले दिन इस ट्रेन में सफर करनेवाले लोग भी न सिर्फ खुशकिस्मत मान रहे है. तो वहीं, रेलवे के इस प्रयास की प्रशंसा भी कर रहे है. पहली बार मिथिला पेंटिंग से सजी ट्रेन के पहली बार पटरी पर आने से मिथिला पेंटिंग करने वाले महिला कलाकार काफी उत्साहित नजर आये.
स्टेशन डायरेक्टर चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने बताया कि इसको मधुबनी (बेनीपट्टी) की संस्था केएसबी इंस्टीट्यूट के कलाकारों के माध्यम से कराया गया है. 13 कलाकारों की टीम ने एक बोगी में औसतन चार दिनों में पेंटिंग की है. टीम में खुशबू चौधरी, अंजनी झा, प्रीति कुमारी, रिंकू कुमार, प्रीति झा, सपना कुमारी सहित लगभग 45 कलाकारों की सहभागिता रही. सभी कोच में बाहर से पेंटिंग होने के बाद जल्द ही भीतरी भाग में कार्य शुरू कराया जायेगा.