शिक्षक का हाथ-पैर बांध बंधक बनाकर लाये थे अपराधी
Advertisement
मृत राजन रजक बिदुपुर थाने के खजबत्ती गांव का था रहने वाला
शिक्षक का हाथ-पैर बांध बंधक बनाकर लाये थे अपराधी बिदुपुर : बेखौफ अपराधियों ने गुरुवार की शाम एक शिक्षक को बंधक बना कर हाजीपुर-महनार मुख्य मार्ग पर पानापुर चौक के समीप गोलियों से छलनी कर दिया. मृतक राजन रजक बिदुपुर थाना क्षेत्र के खजवत्ती गांव निवासी रामचंद्र रजक का पुत्र था. वह पेशे से शिक्षक […]
बिदुपुर : बेखौफ अपराधियों ने गुरुवार की शाम एक शिक्षक को बंधक बना कर हाजीपुर-महनार मुख्य मार्ग पर पानापुर चौक के समीप गोलियों से छलनी कर दिया. मृतक राजन रजक बिदुपुर थाना क्षेत्र के खजवत्ती गांव निवासी रामचंद्र रजक का पुत्र था. वह पेशे से शिक्षक था और समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड में सुपौल मध्य विद्यालय में पदस्थापित था. घटना की सूचना मिलते ही बिदुपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया. मृतक का हाथ-पैर बंधा हुआ था. जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अपराधियों ने शिक्षक को पहले बंधक बनाया होगा और किसी वाहन से पानापुर चौक के समीप लाकर घटना को अंजाम दिया.
जानकारी के अनुसार शाम सात बजे अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज से पानापुर चौक गूंज उठा. गोलियों की आवाज सुनते ही चौक पर स्थित दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकान की शटर गिराकर बंद कर दिये. देखते ही देखते पूरा बाजार बंद हो गया. स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि एक युवक खून से लथपथ मृत पड़ा था. इसके बाद किसी ने पुलिस को घटना की सूचना दी. सूचना मिलते ही बिदुपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने मौके पर आठ-दस खोखा बरामद किया है. घटनास्थल पर किसी ने मृतक की पहचान नहीं कर सका. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल आ गयी. मृतक के जेब से मिले कागजात के आधार पर उसकी पहचान हुयी.
इसके बाद पुलिस ने घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी. स्थानीय लोगों ने बताया कि अपराधियों ने शिक्षक को आठ गोली मारी और वह सड़क पर ही ढ़ेर हो गया. हालांकि गोली किसने मारी, अपराधी किस वाहन से आये थे, घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी किधर भागे और घटना का क्या कारण है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है. सरेशाम हुयी घटना को लेकर क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम है.
दिसंबर माह में होनी थी बेटी की शादी
शिक्षक राजन रजक की पत्नी उमा देवी खजवत्ती गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-156 पर सेविका पद पर पदस्थापित है. उसे तीन बच्ची और एक लड़का है. बड़ी बच्ची की अगामी दिसंबर माह में शादी होना तय है. उसने शादी की पूरी तैयारी कर रखी थी. गुरुवार को अपराधियों ने उसे कहां से बंधक बनाया, इसकी जानकारी परिजनों को भी नहीं है. परिजन सिर्फ इतना बता रहे हैं कि राजन गुरुवार की सुबह विद्यालय के लिये घर से निकले थे.
अपराधियों का विरोध तो नहीं बना हत्या का कारण?
खजवत्ती गांव में अपराधियों की सक्रियता का विरोध राजन रजक करता था. इसको लेकर उसे कई बार धमकी भी दी गयी थी. पेशे से शिक्षक होने के कारण वह अपने गांव में अपराधियों की जमघट का विरोध किया करता था. स्थानीय लोगों की माने तो शिक्षक राजन की हत्या अपराधियों का विरोध करने का ही नतीजा है. लोगों का कहना है कि वह अपराधियों के खिलाफ गांव के लोगों को गोलबंद करता था. गांव में अपराधियों के जमघट होने पर वह खुलेआम अपराधियों को चुनौती देता था. इसके कारण क्षेत्र के चर्चित अपराधी उसे टारगेट पर ले रखा था. अपराधियों का विरोध करने के कारण ही एक साल पहले ही अवकाश प्राप्त शिक्षक सहदेव राय की हत्या कर दी गयी थी. खजवत्ती गैंगरेप का विरोध करने और लड़कियों को अपने घर में सुरक्षित रखने की रंजिश में अपराधियों ने खजवत्ती गांव के राजदेव राय को भी गोलियों से छलनी कर दिया था.
बालू के कारोबार से जुड़ा था राजन
शिक्षक राजन रजक डेढ़ साल पहले एक हाइवा ट्रक खरीदा था. हाइवा खरीदने के बाद वह बालू का कारोबार से जुड़ गया था. बिदुपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न नदी घाटों से बालू लोड कर वह क्षेत्र में बालू पहुंचाने का धंधा करता था. घटना के बाद कुछ लोग बालू के धंधे से भी इस घटना को जोड़कर देख रहे हैं, हालांकि बालू के धंधे में वह प्रत्यक्ष रूप से सक्रिय नहीं था. हाइवा के चालक व खलासी बालू ठेकेदारों से मिलकर बालू का धंधा करता था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement