मुंबई : मुंबई की एक बहुमंजिला इमारत मेंबुधवार सुबह आग लगने की घटना में 10 साल की एक स्कूली बच्ची की सूझबूझ ने कई लोगों की जान बचा ली. जेन सदावर्ते ने स्कूल में सीखी गयी सुरक्षा युक्तियों का प्रयोग कर अपने परिवार और पड़ोसियों की सुरक्षा की.
जेन अपने परिजन और एक भाई के साथ मध्य मुंबई के परेल में बनी 17 मंजिला क्रिस्टल टावर इमारत की 16वीं मंजिल पर रहती है. डॉन बॉस्को स्कूल की छठी कक्षा की छात्रा जेन ने कक्षा तीन में एक स्कूल प्रोजेक्ट के दौरान सीखी गयी सुरक्षा युक्तियों को याद किया और उनका इस्तेमाल किया जिससे उसका परिवार एवं पड़ोसी दमकल कर्मियों के आने तक सुरक्षित रह पाये.
रिहायशी इलाके की इमारत की 12वीं मंजिल में लगी आग में चार लोगों की मौत हो गयी जबकि 16 अन्य घायल हो गये. जेन ने बताया कि रूई, पानी और कपड़ों के टुकड़ों की मदद से हमने प्यूरीफायर बनाये, जो फ्लैट में मौजूद सभी लोगों को दिये.
उसने बताया, मैंने सभी को अपने मुंह पर यह प्यूरीफायर रखने को कहा. इससे हमें घुटन महसूस नहीं हुई और हम ठीक से सांस ले पाये, जिससे कार्बन डायऑक्साइड हमारे अंदर नहीं गयी.
जेन ने बताया कि उसने प्रोजेक्ट के दौरान सीखा था कि कपास के किसी टुकड़े को जब पानी में डुबोया जाता है तो उससे सांस आसानी से ली जा सकती है क्योंकि कार्बन के कण पानी से अलग हो जाते हैं.