एनएचएआइ के हैं सभी 10 एंबुलेंस, राज्य सरकार के 40 एंबुलेंस का फैब्रिकेशन बाकी
रांची : राज्य भर में 47 एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस संचालित होने हैं. अभी इनमें से 10 का ही संचालन हो रहा है. ये सभी नेशनल हाइवे अॉथोरिटी अॉफ इंडिया (एनएचएअाइ) के हैं.
छह पहले से संचालित थे तथा चार बाद में शुरू हुए. राज्य सरकार के अपने 40 एंबुलेंस में विभिन्न मेडिकल उपकरण लगा कर इनका फैब्रिकेशन किया जाना है.
सभी एएलएस एंबुलेंस नेशनल तथा स्टेट हाइवे पर तैनात किये जा रहे हैं, जहां इनका इस्तेमाल सड़क दुर्घटना में घायल को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाने में होना है.
दरअसल, केंद्र प्रायोजित योजना के तहत बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) तथा एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस, 108 के नाम से चलाये जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने प्रति एक लाख की आबादी के लिए एक एंबुलेंस दिया है. इस तरह 3.29 करोड़ (जनगणना-2011) की आबादी के आधार पर झारखंड को कुल 329 एंबुलेंस मिले हैं.
इनमें से 289 बीएलएस हैं तथा शेष 40 एएलएस. एनएचएआइ से मिले 10 एंबुलेंस को जोड़ दें, तो एंबुलेंस की कुल संख्या 339 हो जाती है. इन्हें विभिन्न जिलों को उनकी अाबादी के आधार पर ही दिया जा रहा है. अभी 37 एएलएस एंबुलेंस तथा 57 बीएलएस जिलों में भेजा जाना है. सिमडेगा अकेला जिला है, जिसे एएलएस एंबुलेंस नहीं मिला है.
विभिन्न जिलों में तैनात हो चुके एंबुलेंस (108)
जिला संख्या (एएलएस व बीएलएस)
रांची 24 (दो व 22)
पू.सिंहभूम 22 (दो व 20)
पलामू 18 (एक व 17)
प.सिंहभूम 13 (शून्य व 13)
देवघर 13 (शून्य व 13)
दुमका 12 (शून्य व 12)
गढ़वा 12 (एक व 12)
हजारीबाग 12 (एक व 11)
गिरिडीह 15 (शून्य व 15)
गोड्डा 11 (शून्य व 11)
सरायकेला 11 (एक व 10)
साहेबगंज 10 (शून्य व 10)
गुमला 9 (एक व आठ)
पाकुड़ 8 (शून्य व आठ)
धनबाद 10 (शून्य व 10)
बोकारो 12 (शून्य व 12)
रामगढ़ 7 (एक व छह)
लातेहार 6 (शून्य व छह)
सिमडेगा 6 (शून्य व छह)
लोहरदगा 4 (शून्य व चार)
जामताड़ा 3 (शून्य व तीन)
कोडरमा 2 (शून्य व दो)
खूंटी 2 (शून्य व दो)
चतरा 3 (शून्य व तीन)
कुल 245 (10 व 235)