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पटना : गांधी मैदान में कल सुबह 8 बजे होगी बकरीद की नमाज
पटना : 22 अगस्त को बकरीद की नमाज राजधानी के विभिन्न ईदगाहों, खानकाहों और मस्जिदों में अदा की जायेगी. शहर के मस्जिदों में स्थानीय कमेटियों ने बकरीद की नमाज के वक्त की घोषणा की है. राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बकरीद की नमाज सुबह 8 बजे होगी. वहीं हज भवन, पटना में नमाज का […]
पटना : 22 अगस्त को बकरीद की नमाज राजधानी के विभिन्न ईदगाहों, खानकाहों और मस्जिदों में अदा की जायेगी. शहर के मस्जिदों में स्थानीय कमेटियों ने बकरीद की नमाज के वक्त की घोषणा की है. राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बकरीद की नमाज सुबह 8 बजे होगी.
वहीं हज भवन, पटना में नमाज का समय सुबह 8:15 बजे निर्धारित किया गया है. इसके पहले हाईकोर्ट मस्जिद में सुबह 7.30 बजे नमाज अदा होगी. बिहार राज्य हज समिति के कार्यकारी मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रशीद अहमद ने बताया है कि ईद-उल-जोहा के नमाज का आयोजन गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी हज भवन में किया गया है. हज भवन पटना में ईद-उल-जोहा की नमाज अदा करने वाले इच्छुक व्यक्तियों से अनुरोध है कि ससमय उपस्थित हों, ताकि निर्धारित समय पर नमाज शुरू हो सके.
मस्जिद/ईदगाह नमाज का वक्त
पटना हाईकोर्ट मस्जिद 7:30 बजे
वेटनरी ईदगाह 7:30 बजे
शाह गद्दी मस्जिद 7:30 बजे
गांधी मैदान 8:00 बजे
हज भवन 8:15 बजे
कोतवाली मस्जिद 8:15 बजे
फकीर बाड़ा मस्जिद 8:15 बजे
चौहट्टा मस्जिद 8:15 बजे
मुरादपुर मस्जिद 8:15 बजे
दरियापुर मस्जिद 8:15 बजे
जामा मस्जिद, जंक्शन 8:30 बजे
न्यू मस्जिद, सब्जीबाग 8:30 बजे
तबारक अली, बाकरगंज 8:30 बजे
शिया समुदाय की कहां होगी नमाज
हजन साहिब मस्जिद : 10 बजे
कबूतरी मस्जिद: 8.00 बजे
बौली इमामबाड़ा : 9.00 बजे
गुलजारबाग बफ्फ स्टेट : 10.30 बजे
पत्थर की मस्जिद में : 9.00 बजे
मुरादपुर मस्जिद में : 9.00 बजे
हाजीपुर नवादा कला : 10.30 बजे
सुन्नी की नमाज
खानकाह मुनएमिया : 7.30
खानकाह फैयाजिया : 8.00 बजे
खानकाह पीरदमरिया में : 7.30 बजे
शाही ईदगाह गुलजारबाग : 8 बजे
खानकाह इमादिया : 7.30 बजे
शनिचरा ईदगाह : 6 बजे
पटना : बकरीद 22 अगस्त को है. इसे लेकर जगदेव पथ स्थित बकरी बाजार में खरीदार दूर-दूर से आ रहे हैं और अपने बजट के अनुसार बकरे की खरीदारी कर रहे हैं. अच्छी नस्ल वाले बकरे उनके शारीरिक वजन और गुणवत्ता के अनुसार 8 हजार रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये के बीच बिक रहे हैं.
इसके अलावा इस बाजार में हर नस्ल के बकरों का बाजार सजा हुआ है. इनमें मुख्य रूप से जमनापरी (इलाहाबाद), बरबरी (इटावा ), अजमेरी (राजस्थान), भरतपुरी (राजस्थान), तोतापरी (राजस्थान ) आदि नस्ल के बकरे लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लेकिन इनमें बरबरी, तोतापरी और जमुनापरी लोगों की पहली पसंद हैं. स्थानीय बकरे भी यहां बेचे जा रहे हैं. लोगों का कहना है कि देसी बकरे का गोश्त स्वाद में बेहतर होता है. बकरा विक्रेताओं के अनुसार बाजार में प्रत्येक वर्ग के लिए बकरा मौजूद है. हालांकि, बकरों का दाम उनके रंग और कद-काठी पर निर्भर करता है. यूपी के इटावा से आये बकरा विक्रेता अनवर हुसैन बताते हैं कि वैसे तो वे 20 बकरे लेकर यहां आये हैं.
मगर 10 बकरे बरबरी नस्ल के हैं, जिनकी कीमत 60-80 हजार रुपये है. उन्होंने बताया कि बकरे को तंदुरुस्त बनाने के लिए उन्हें घी खिलाना पड़ता है. दो साल तक इसकी देखभाल करनी पड़ती है. राजस्थान से तोतापरी बकरे को लेकर आये परवेज अहमद ने बताया कि अन्य नस्ल के बकरे की अपेक्षा कीमत अधिक होती है. क्योंकि इसका वजन 20 से 30 किलो तक का होता है. इसे चना के साथ कभी-कभी काजू-किशमिश भी खाने को दिया जाता है.
महंगाई के कारण कीमत अधिक
आरा से आये कारोबारी अकबर अख्तर ने बताया कि देसी बकरा कद में नाटा होता है और 15 से 25 किलो का होता है, जबकि यूपी का बकरा लंबा और वजनी होता है. इस कारण बाहरी बकरे की कीमत अधिक होती है.
दिल्ली से आये मोहम्मद अफरोज की मानें तो इस बार का बाजार काफी सुस्त है. 15 अगस्त को 250 बकरों को लेकर अाये हैं, लेकिन अब तक सौ ही बिके हैं. उन्होंने बताया कि पिछले साल बकरीद के मौके पर 300 बकरे बेचे थे. राजस्थान से आये अनवर खान ने बताया कि इस बार महंगाई के कारण कीमत कुछ तेज है.
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