हरीश तिवारी
लखनऊ: मध्य प्रदेश और राजस्थान के साथ ही समाजवादी पार्टी की नजर उत्तराखंड पर है. अखिलेश यादव पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना चाहते हैं. लिहाजा सभी राज्यों में चुनाव लड़कर वह अपनी उपस्थिति इन राज्यों में दर्ज कराना चाहते हैं. सपा इस महीने के अंत में उत्तराखंड के रूद्रपुर में एक बड़ी रैली करने जा रही है.
उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा उत्तराखंड में मजबूती से पैर जमाने की तैयारी में है. पार्टी उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर इस बार प्रत्याशी उतारेगी. हालांकि, सपा की नजर राज्य के दो लोकसभा सीट हरिद्वार और नैनीताल पर ज्यादा है. क्योंकि, इन दोनों सीटों पर मुस्लिम आबादी काफी संख्या में है. जो सीट दिलाने में काफी निर्णायक होती है. हालांकि, यह वर्ग अभी तक राज्य में कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता है. लेकिन, सपा के नाम पर यह वर्ग आसानी से उसके साथ आ सकता है. इसके पहले अक्टूबर से नवंबर के बीच वहां होने वाले निकाय चुनाव की तैयारी भी सपा ने शुरू कर दी है.
इन्हीं तैयारियों को धार देने के मद्देनजर 31 अगस्त को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तराखंड का दौरा करेंगे. रूद्रपुर में रैली करने का मकसद इस इलाके के मुस्लिम वोट बैंक को अपने पक्ष में करना है. उत्तराखंड के अगर मैदानी हिस्से की बात करें तो यहां मुस्लिम आबादी काफी तादात में है. हल्द्वानी, रूद्रपुर, बाजपुर, जसपुर, रुड़की, हरिद्वार समेत कई इलाकों में मुस्लिम जीत में निर्णायक होते हैं. अखिलेश ऊधमसिंह नगर के जिला मुख्यालय रूद्रपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
इसके लिए उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह रावत को बीते दिनों पार्टी की लखनऊ में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जरूरी निर्देश दिये गये हैं. उत्तराखंड में पार्टी की तैयारियों पर वहां के प्रभारी व सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी खुद नजर रखे हुए हैं. उन्होंने पिछले महीने ही उत्तराखंड का दौरा किया है. चौधरी बताते हैं कि सपा उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी पहले भी हरिद्वार की सीट जीत चुकी है. इसके साथ ही पार्टी उत्तराखंड में निकाय चुनावों में भी उतरेगी.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने के मद्देनजर यूपी के बाहर दूसरे राज्यों में भी चुनाव में प्रत्याशी उतार रहे हैं. बीते विधानसभा चुनाव में भी सपा ने उत्तराखंड में प्रत्याशी उतारे थे. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक में भी सपा ने उम्मीदवार लड़ाए. पार्टी अब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.