मुंबई : मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र में बंद बुलाया गया है. कई जगहों पर छिटपुट घटनाओं की खबर है .टीवी न्यूज चैनल के अनुसार कुछ जगहों पर बस को आग के हवाले कर दिया गया ,तो कई जगहों पर बंद के दिन भी चल रही बसों में तोड़फोड़ की गयी है. मराठा सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहे हैं.
बंद सुबह 8 बजे से लेकर शाम के छह बजे तक बुलाया गया है. बंद से जरूरी चीजों को दूर रखा गया है जिनमें दुध, सब्जी की सप्लाई . स्कूल और कॉलेज को शामिल हैं आरक्षण की मांग करने वाले लोगों ने अपील की है कि युवा हिंसा से दूर रहें. पहले ही बहुत सारे लोगों ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अपनी जान दे दी है. समर्थकों ने कहा, हम किसी तरह की हिंसक आंदोलन में शामिल नहीं होंगे.
बंद को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के लिए राज्य सरकार ने रेपिड एक्शन फोर्स की छह कंपनियां, एवं सीआइएसएफ एवं राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक-एक कंपनी तैनात की है. ध्यान रहे कि पिछले महीने 25 जुलाई को जब बंद बुलाया गया था तो प्रदर्शनकारी हिंसक हो गये थे.
प्रशासन ने भी आंदोलनकारियों से अपील है कि कानून हाथ में नहीं लें. शांति व्यवस्था को बनाये रखें राज्य के मुख्य सचिव डीके जैन ने बंद से पहले हालात की समीक्षा की है और तैयारियों का जायजा लिया है. उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपनगरीय रेल सेवा सुचारु ढंग से चले तथा स्कूल एवं अन्य सेवाएं प्रभावित न हों. पुलिस सोशल मीडिया संदेशों पर भी निगाह रखेगी.
महाराष्ट्र में 30 प्रतिशत आबादी मराठों की है और वे ओबीसी श्रेणी में आरक्षण की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी परेशान है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष अमित साथ से भी बैठक की है. साथ ही आरक्षण देने का आश्वासन भी दिया गया है.