पटना : मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर के बयान के बाद राज्य में सियासत गरमा गयी है. ब्रजेश का कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ने की बात को बिहार कांग्रेस ने सीरे खारिज कर दिया. बिहार कांग्रेस ने ब्रजेश से किसी भी तरह के संबंध से साफ इंकार किया है. बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि ब्रजेश की फंडिंग सरकार कर रही थी. मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति से उसकी बात होती थी और वह चुनाव कांग्रेस से लड़ना चाहता था. ब्रजेश के हवाले यह पटकथा कौन लिख रहा है बीजेपी या जदयू? ब्रजेश को यह बताना चाहिए कांग्रेस में उनके किसके साथ संबंध हैं.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि ब्रजेश का बयान हास्यास्पद है. प्रेमचंद ने आरोप लगाया कि ब्रजेश पर नीतीश कुमार और सुशील मोदी का दबाव पड़ा है इसलिए वह कांग्रेस का नाम ले रहा है. ये सोचने की बात है कि अगर कांग्रेस का संबंध ब्रजेश से होता तो क्या कांग्रेस इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करता. जंतर-मंतर पर धरने में शामिल होता. ब्रजेश के इस बयान से स्पष्ट होता है कि ब्रजेश ने यह बात खुद नहीं बोली है,बल्कि उससे बोलवाया गया है.
राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ब्रजेश ठाकुर के गहरे रिश्ते हैं. ब्रजेश ठाकुर के बेटे के जन्मदिन में जब तक नीतीश नहीं पहुंचते तब तक केक नहीं कटता. नीतीश और ब्रजेश के संबंध इतने अच्छे हैं कि जब भी सीएम का उत्तर बिहार का दौरा होता था ब्रजेश सारे इंतजाम करता था. वहीं, जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि जदयू का ब्रजेश ठाकुर से कोई राजनीतिक संबंध नहीं था. मुजफ्फरपुर के एनएसयूआई एक नेता महानंद सिंह के बेटे संजीव सिंह का ब्रजेश के घर आना-जाना था. जब ब्रजेश ठाकुर कांग्रेस से चुनाव लड़ने की बातें कह रहे हैं तो फिर हम क्या कह सकते हैं.