रांची : तीन अगस्त को बंदी के दौरान खूंटी-तमाड़ रोड में ट्रक को जलाने व चालक की हत्या किये जाने की घटना से प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादियों ने इनकार किया है. इस संबंध में बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के प्रवक्ता आजाद ने प्रेस बयान जारी किया है आैर उक्त घटना के लिए पुलिस की ओर से माओवादियों को जवाबदेह बताया गया है आैर इस संबंध में एडीजी अभियान सह प्रवक्ता आरके मल्लिक ने विज्ञप्ति जारी की है.
माओवादियों ने कहा है कि उक्त घटना पुलिस-प्रशासन की रची गयी साजिश है. इसकी तीव्र निंदा व कठोर भर्त्सना करते हैं. संगठन ने अपने स्तर से उक्त घटना की जांच कर दोषियों को जन अदालत में सजा देने का दावा किया है.
वहीं पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सात अगस्त को पुलिस द्वारा गिरफ्तार लापुंग निवासी नक्सली डिबार मुंडा उर्फ दिलवर मुंडा (पिता : बुधराम मुंडा) ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि घटना की योजना माओवादी सब जोनल कमांडर बोयदा पाहन और जितराय मुंडा के नेतृत्व में सायको थाना क्षेत्र के डेकाडीह में बनायी गयी थी. घटना को अंजाम देने में उक्त दाेनों सब जोनल कमांडर के अलावा विमल लोहरा, बुधराम मुंडा व बच्चन मुंडा सहित 10-12 नक्सली शामिल थे. घटना से पूर्व बोयदा पाहन व जितराय मुंडा द्वारा ही खूंटी जिले के अलावा आसपास के इलाकों में पोस्टरबाजी की गयी थी.