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टिफिन के बाद पड़ा दिल का दौरा, स्कूल में ही छात्रा की मौत
जमशेदपुर : मानगो स्थित केरला पब्लिक स्कूल में मंगलवार को 10वीं की छात्रा अनुशा खान (16) की हार्ट अटैक से मौत हो गयी. आजाद बस्ती की चूनाशाह कॉलोनी निवासी अनुशा को कार्डियक संबंधी बीमारी थी. इलाज के बाद 10 दिन पूर्व ही उसने स्कूल ज्वाइन किया था. सहपाठियों ने दी जानकारी : अनुशा मंगलवार को […]
जमशेदपुर : मानगो स्थित केरला पब्लिक स्कूल में मंगलवार को 10वीं की छात्रा अनुशा खान (16) की हार्ट अटैक से मौत हो गयी. आजाद बस्ती की चूनाशाह कॉलोनी निवासी अनुशा को कार्डियक संबंधी बीमारी थी. इलाज के बाद 10 दिन पूर्व ही उसने स्कूल ज्वाइन किया था.
सहपाठियों ने दी जानकारी : अनुशा मंगलवार को अन्य दिनों की तरह ही पढ़ाई करने स्कूल पहुंची थी.
चार घंटियों तक उसने सामान्य रूप से पढ़ाई की. इसके बाद टिफिन के लिए बाहर निकली. टिफिन करने के बाद घंटी बजने पर वह क्लास में जा रही थी, तभी उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. उसे पसीना और चक्कर आने लगा. उसके पांव लड़खड़ाते देख सहपाठियों ने प्रिंसिपल अलका सिन्हा व अन्य शिक्षक-शिक्षिकाअों को इसकी जानकारी दी. शिक्षक-शिक्षिका तत्काल उसे उठाकर गुरु नानक नर्सिंग होम ले जाने लगे. उसके परिजनों को भी सूचना दी. सूचना पाकर उसके चाचा मजीत खान कुछ अन्य लोगों के साथ स्कूल पहुंचे.
परिजन उसे दया नर्सिंग होम ले गये, जहां डॉ मस्सी ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. डॉ मस्सी ने हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि की.
आज होगा अंतिम संस्कार : अनुशा खान के पार्थिव शरीर को सुरक्षित रखा गया है. बुधवार को विधिवत अंतिम संस्कार किया जायेगा. घटना के बाद स्कूल में शोकसभा आयोजित की गयी.
डेढ़ माह पूर्व चला था बीमारी का पता : अनुशा करीब डेढ़ महीने पहले अचानक बीमार पड़ी थी. उसका इलाज डॉ अजय मिश्रा व डॉ मिथिलेश से करवाया गया. अनुशा को कार्डियक संबंधी बीमारी थी. डॉक्टरों ने उसे ज्यादा भाग-दौड़ न करने, भारी सामान न उठाने और खाने-पीने में परहेज बरतने के साथ-साथ बेड रेस्ट की सलाह दी थी. 10 दिनों पूर्व ठीक महसूस होने पर उसने स्कूल जाना शुरू किया था. इसके अलावा, वह पढ़ाई में पिछड़ने और स्कूल से अनुपस्थित रहने को लेकर चिंतित थी. अनुशा के दोस्तों ने बताया कि वह सीढ़ी चढ़ते समय थोड़ी परेशान होती थी.
एक साल पहले गुजर गये थे डॉक्टर पिता : अनुशा के पिता डॉ मजीब खान की मौत पिछले साल कैंसर से हो गयी थी. वह ब्रह्मानंद अस्पताल में डॉक्टर थे. पिता की मौत का गहरा सदमा अनुशा को लगा था. वह सुस्त और शांत रहने लगी थी. प्रिंसिपल अलका सिन्हा ने बताया कि अनुशा बचपन से ही केपीएस में पढ़ाई कर रही थी. पहले पढ़ाई में अच्छी थी, लेकिन पिता की मौत के बाद से उसके परफॉर्मेंस में गिरावट हुई थी. फिर भी वह वीकली टेस्ट में अच्छा कर रही थी. अनुशा पढ़ कर डॉक्टर बनना चाहती थी. चार भाई-बहनों में अनुशा सबसे बड़ी थी. उससे छोटे दो भाई व एक बहन हैं.
केरला पब्लिक स्कूल की छात्रा थी अनुशा, आजाद बस्ती की चूनाशाह कॉलोनी में रहती थी
अनुशा को कार्डियक प्रॉब्लम होने की जानकारी डेढ़ महीने पहले ही हुई थी. डॉक्टरों ने उसे बेड रेस्ट करने को कहा था. बेड रेस्ट के बाद वह बिल्कुल ठीक हो गयी थी. सुबह नाश्ता कर घर से सकुशल निकली थी, लेकिन फिर उसका पार्थिव शरीर ही वापस लौटा.
– मो मजीत खान, चाचा
अनुशा खान बेहद अच्छी लड़की थी. टिफिन के वक्त उसे अचानक चक्कर आया अौर पांव लड़खड़ाने लगे. जब तक उसे अस्पताल ले जाया गया, उसकी मौत हो गयी थी. घटना से पूरा स्कूल परिवार शोक में है. बुधवार को स्पेशल असेंबली का आयोजन किया जायेगा.
अलका सिन्हा, प्रिंसिपल, केपीएस मानगो
हार्ट अटैक हो, ऐसा जरूरी नहीं
अचानक मौत की हर घटना में हार्ट अटैक का होना जरूरी नहीं. किसी-किसी के ह्दय की पंपिंग क्षमता कमजोर होती है जिससे हार्ट फेल्योर होता है और मरीज की तुरंत मौत हो जाती है. उस बच्ची को हार्ट की बीमारी थी तो मौत का कारण हार्ट अटैक या हार्ट फेल्योर हो सकता है.
डॉ मंदार साह, ह्दय रोग विशेषज्ञ, टीएमएच
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