मुंबई : ऑस्कर पुरस्कार विजेता संगीतकार एआर रहमान का मानना है कि फिल्मों में संगीत का इस्तेमाल एक भूमिका के रूप में होना चाहिए और इसे बेकार नहीं समझना चाहिए.
हिंदी फिल्म जगत के संगीत में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर रहमान ने कहा कि लोग कहानी के साथ जुड़ने वाले संगीत पर काम नहीं कर रहे हैं.
रहमान ने यहां एक साक्षात्कार में बताया, लोग बजने वाले गीत या दृश्य को लेकर आश्वस्त नहीं होते हैं क्योंकि वे पटकथा पर काम नहीं कर रहे हैं जो एक दृश्य को खूबसूरत संगीत से जोड़ सके. उन्होंने कहा, संगीत की एक भूमिका होनी चाहिए.
‘रॉकस्टार’ और ‘ताल’ जैसी फिल्मों में संगीत एक महत्वपूर्ण धुरी है. अगर आप इसे एक गीत या दो गीत में एक च्यूइंग-गम जैसे इस्तेमाल करते हैं और फिर इसे फेंक देंगे तब आपको क्या मिलेगा?
भारतीय सिनेमा में सबसे प्रभावशाली माने जाने वाले संगीतकारों में से एक रहमान ने कहा कि अच्छा संगीत ईमानदारी और अाध्यात्मिकता ढूंढती है. रहमान इस समय अमेजन प्राइम वीडियो के लिए एक शृंखला पर काम कर रहे हैं.
‘हारमोनी विद ए आर रहमान’ नामक इस शृंखला में वह भारत की समृद्ध संगीत विरासत की तलाश करते नजर आयेंगे.