रांची में स्कूलों से वापस लिया जायेगा टैब
रांची : राज्य के स्कूलों की ऑनलाइन निगरानी के लिए क्रय किये गये टैब जिन जिलों में वितरित किये गये हैं, वे वापस लिये जायेंगे. टैब में ई विद्यावाहिनी का अपडेट साफ्टवेयर डाउनलोड किया जायेगा. सॉफ्टवेयर तैयार करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. रांची के 2127 स्कूलों में टैब का वितरण किया गया है. इसके अलावा राज्य के कुछ और जिलों में भी स्कूलों को टैब दिया गया है. अब विद्यालय संचालन की निगरानी के साथ शिक्षक व विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन हो जायेगी. स्कूलों में बायोमेट्रिक्स सिस्टम से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज होगी.
बच्चों के पठन-पाठन की प्रगति की ऑनलाइन निगरानी होगी. प्रत्येक माह बच्चों की उपलब्धि की ऑनलाइन इंट्री होगी. इसके अलावा मध्याह्न भोजन की पूरी निगरानी की जायेगी. राज्य के स्कूलों के लिए लगभग 56 करोड़ की लागत से टैब खरीदे गये हैं. एक टैब की कीमत लगभग 13 हजार है. इसमें बच्चों के पठन-पाठन के लिए कक्षा एक से 12 तक की एनसीइआरटी की किताब डाउनलोड की गयी है. भारत सरकार ने ज्ञानोदय योजना के लिए झारखंड का चयन किया है.
शिक्षकों का हो गया है प्रशिक्षण : टैब संचालन को लेकर शिक्षकों का प्रशिक्षण भी हुआ है. जिला व प्रखंड स्तर पर मास्टर ट्रेनर तैयार किये गये, जिससे कि वे शिक्षकों को प्रशिक्षित कर सकें. पर अब तक सभी जिलों में टैब का वितरण नहीं हुआ. स्कूलों के टैब संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में पड़े हुए हैं. अब अपडेट साॅफ्टवेयर के अनुरूप फिर से शिक्षकों का प्रशिक्षण होगा.
अब तक नहीं हुआ है पूरी राशि का भुगतान
टैब क्रय की पूरी राशि का अब तक भुगतान नहीं हुआ है. टैब आपूर्ति करनेवाली एजेंसी को अब तक पांच करोड़ का ही भुगतान किया गया है. एजेंसी को बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है. राशि भुगतान के बाद स्कूलों को टैब वितरित किया जायेगा. स्कूलों के अलावा बीआरपी-सीआरपी को भी टैब दिया गया है. बीआरपी-सीआरपी को स्कूल निरीक्षण की रिपोर्ट ऑनलाइन देना है.