वाशिंगटन: रूस अब भारत और ब्राजील के चुनावों को प्रभावित कर सकता है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में सोशल मीडिया के विशेषज्ञ ने यह आशंका अमेरिकी सांसदों के समक्ष व्यक्त की. यहां चर्चा कर दें कि रूस पर अमेरिका के 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप है.
जानकारी के अनुसार ब्रिटिश विशेषज्ञ फिलिप एन हॉवर्ड ने यह आशंका अमेरिकी संसद की खुफिया मामलों की समिति के समक्ष पेश होकर जतायी. विशेषज्ञ की मानें तो चुनावों में यह हस्तक्षेप सोशल मीडिया के माध्यम से किया जा सकता है , लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उसका प्रकार क्या होगा.
हॉवर्ड ने कहा कि दोनों ही देशों में स्थिति इसलिए ज्यादा गंभीर हो सकती है, क्योंकि वहां का मीडिया अपेक्षाकृत कम पेशेवर है. अमेरिका का ज्यादा पेशेवर मीडिया रूस की साजिश से नहीं बच पाया. सीनेटर सूसन कोलिंस के सवाल के जवाब में हॉवर्ड ने उन्हें हंगरी के मीडिया में हस्तक्षेप के तरीकों के बारे में जानकारी दी.
हॉवर्ड ने आगे कहा कि अमेरिका का मीडिया दुनिया में सबसे ज्यादा पेशेवर है, जो खबर के स्त्रोत पर सबसे ज्यादा गौर करता है. ट्वीट्स आदि पर भी उसकी निर्भरता बहुत कम नजर आती है, लेकिन भारत और ब्राजील जैसे लोकतांत्रिक देशों में हालात खतरनाक हैं. इन देशों के मीडिया संस्थानों को सीखने और खुद को विकसित करने की आवश्यकता है. तभी वे साजिशों से खुद को बचा सकेंगे.