औरंगाबाद कार्यालय : अगर एटीएम की लाइन में किसी अपराधी की नजर एटीएम के नंबर पर पड़ जाये या किसी व्यक्ति का एटीएम कोड हासिल होने पर पैसे की निकासी हो जाये तो इसे साइबर अपराध कहा जा सकता है, पर अगर किसी व्यक्ति के खाते से बिना एटीएम के पैसे की निकासी हो जाये तो इस अपराध को क्या नाम दिया जाये? रफीगंज के ब्राइट लाइफ पब्लिक स्कूल के बस चालक व कियाखाप गांव के सुरेश यादव के 27 हजार रुपये उनके पंजाब नेशनल बैंक रफीगंज की मुख्य शाखा के खाते से निकासी कर ली गयी है. घटना 18 जून से 13 जुलाई के बीच की है. सुरेश अपने पासबुक को अपडेट कराने बैंक में पहुंचे,
तो स्थिति देख चौक गये. आनन-फानन में 31 जुलाई यानी मंगलवार को बैंक के वरीय शाखा प्रबंधक को मामले से संबंधित शिकायत दर्ज करायी. बैंक प्रबंधक को बताया कि 18 जून से लेकर 13 जुलाई तक वह कभी भी बैंक नहीं गये. इससे स्पष्ट है कि अवैध तरीके से जालसाजी द्वारा पैसे की निकासी की गयी है. खाताधारक के पास एटीएम कार्ड भी नहीं है. अगर एटीएम कार्ड होता, तो साइबर क्राइम से संबंधित बात की जा सकती थी, पर जिस तरह से पैसे की निकासी हुई है. उससे स्पष्ट है कि बैंककर्मियों ने ही जालसाजी कर पैसे की निकासी की. इधर मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी गयी है. वैसे अपना पैसा पाने के लिए चालक लगातार पुलिस और बैंककर्मियों के पास चक्कर लगा रहा है.