न्यूयॉर्क : विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों की सूची फॉर्च्यून 500 में सात भारतीय कंपनियां जगह बनाने में कामयाब हुई हैं. सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) इस रैंकिंग में कारोबार के हिसाब से भारतीय कंपनियों में सबसे ऊपर बनी हुई है. फॉर्च्यून ने कहा कि वॉलमार्ट वैश्विक स्तर पर शीर्ष पर बनी हुई है.
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सूची के अनुसार, आईओसी का राजस्व पिछले एक साल में 23 फीसदी बढ़कर 65.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. इसके दम पर कंपनी 2017 के 168वें स्थान से छलांग लगाकर इस साल 137वें स्थान पर पहुंच गयी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे बड़ी निजी भारतीय कंपनी बनी हुई है.
इसने 62.3 अरब डॉलर राजस्व के साथ 148वां स्थान हासिल किया है. पिछले साल कंपनी 203वें स्थान पर थी. ओएनजीसी ने 47.5 अरब डॉलर के साथ सूची में दोबारा वापसी की है और 197वां स्थान सुरक्षित किया है.
भारतीय स्टेट बैंक 47.5 अरब डॉलर राजस्व के साथ एक पायदान उछलकर 216वें स्थान पर है. इसी तरह, टाटा मोटर्स 232वें और भारत पेट्रोलियम कॉर्प 314वें स्थान पर रही हैं. राजेश एक्सपोर्ट्स 405वां स्थान हासिल की सूची की सातवीं भारतीय कंपनी रही है.
रिलायंस देश में सबसे अधिक मुनाफा वाली कंपनी रही है और विश्व में मुनाफे के आधार पर 99वें स्थान पर है. शीर्ष 10 कंपनियों में चीन की तीन कंपनियों ने स्थान बनाया. स्टेट ग्रिड दूसरे, सिनोपेक ग्रुप तीसरे और चाइना नेशनल पेट्रोलियम कार्पोरेशन चौथे स्थान पर रही है.
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